पूर्णिया. दुनिया को शांति और अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले तथागत गौतम बुद्ध की 2568 वीं जयंती स्थानीय अंबेडकर सेवा सदन में मनायी गयी. शंभू दास के अध्यक्षता में आयोजित समारोह में विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोगों ने तथागत गौतम बुद्ध के चित्र पर पुष्पांजलि कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया. कार्यक्रम में उपस्थित बहुजन क्रांति मोर्चा के प्रमंडलीय प्रभारी सह राजद के वरिष्ठ नेता प्रोफेसर आलोक कुमार ने कहा कि तथागत गौतम बुद्ध ने भारत ही नहीं दुनिया के सभी देशों में अहिंसा,करूणा, भाईचारा के साथ विश्व शांति का संदेश देकर अंधविश्वास से निकालकर ,तर्क एवं ज्ञान पर आधारित वैज्ञानिक सोच पैदा किया. प्रो आलोक ने कहा कि दुनिया के विकसित देश यथा चीन, जापान सहित खासकर दक्षिण एशिया के देशों में बुद्ध के विचारों का डंका पिट रहा है. भारत को अंधविश्वास एवं पाखंड से मुक्ति दिलाने के लिए बुद्ध के विचार आज भी प्रासंगिक है. कार्यक्रम में उपस्थित इंजीनियरिंग सुरेश शर्मा ने कहा कि तथागत गौतम बुद्ध ने मानव कल्याण के लिए एवं दुख के निराकरण का सारतत्व हमें बताया. भारत में सर्वप्रथम सम्राट अशोक ने उनके विचारों अपने शासन काल में जन -जन में उनके विचारों को फैलाया,बाद के दिनों बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर ने तथागत बुद्ध के विचारों पर ही भारत का संविधान तैयार कर हमें सौंपा. कार्यक्रम में पिछड़ा वर्ग मोर्चा के अध्यक्ष बमभोला सहनी, इस्लाम उद्दीन, प्रदीप पासवान, किसान नेता अनिरुद्ध मेहता, योगेन्द्र राम, वार्ड पार्षद निप्पू पासवान, महेश्वरी मेहता,मानिकलाल दास, विनोद यादव, राजेश्वर रविदास,शिवजी राम,सदानंद पासवान, देवेन्द्र राम आदि उपस्थित थे.भारत मुक्ति मोर्चा के प्रधान महासचिव बबलू गुप्ता ने कार्यक्रम का संचालन किया. फोटो. 23 पूर्णिया 16-कार्यक्रम में शामिल सामाजिक संगठन के सदस्य एवं अन्य
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