जलालगढ़. सर्वजन दवा सेवन अभियान के तहत फाइलेरिया से बचाव की दवा खाने से बीमार पड़ी एक युवती को दोबारा जीएमसीएच में भर्ती करना पड़ा है. जानकारी के अनुसार, बीते 10 अगस्त दवा खाने के बाद जलालगढ़ क्षेत्र में 21 लोगों की तबीयत खराब हो गयी थी. इनमें से चार लोगों को जीएमसीएच रेफर किया गया था जिसमें मधु कुमारी 20 वर्ष शामिल थी. संधवा टोल की युवती मधु कुमारी सोमवार की दोपहर में जीएमसीएच से घर आयी थी. हालांकि घर आने के बाद उसकी हालत फिर से बिगड़ गयी. आनन-फानन में परिजन इलाज के लिए पीएचसी ले गये. जहां से युवती को जीएमसीएच पूर्णिया रेफर कर दिया गया.
जांच को पहुंची डब्लूएचओ की टीम
सोमवार को अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ आरपी मंडल के नेतृत्व में डब्लूएचओ की टीम प्रखंड क्षेत्र के हासी बेगमपुर पंचायत के वार्ड संख्या तीन स्थित संधवा रहिका टोल आयी थी. डॉ आर पी मंडल के साथ डब्लूएचओ के डॉ दिलीप कुमार, पीएचसी के डॉ शवाब आलम आदि मौजूद थे. हालांकि युवती मधु कुमारी की फिर से तबियत बिगड़ने के बाद गांव में ऊहापोह की स्थिति पैदा हो गयी. इस वजह से संधवा टोल में दवा खाने से बीमार हुए लोगों की जांच के लिए पहुंची टीम को बिना जांच के ही वापस लौटना पड़ा.बीमार युवती को लेकर टीम पहुंची पीएचसी
जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ आरपी मंडल ने जब टीम संधवा रहिका टोल पहुंची तो उस वक्त तक एक युवती की तबियत फिर से बिगड़ने लगी थी. इसे देखते हुए बीमार युवती को अपनी ही गाड़ी से लेकर पीएचसी रवाना हो गये. इसलिए टीम की ओर से वहां के ग्रामीणों की जांच नहीं हो पायी. गौरतलब है कि इस गांव में 87 लोगों को आशा कार्यकर्ताओं ने दवा खिलायी थी. जिसमें से 14 की तबीयत खराब हुई थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है