जीएमसीएच का फार्मेशी सेक्टर हुआ पानी-पानी
प्रसूति वार्ड में भी घुसा नाले का पानी, परेशान हाल दिखे मरीज व परिजन
प्रसूति वार्ड में भी घुसा नाले का पानी, परेशान हाल दिखे मरीज व परिजन
पूर्णिया. जिले में फिलहाल मॉनसून का आगमन नहीं हुआ है लेकिन हमेशा की तरह मॉनसून से पूर्व होने वाली बारिश एक चेतावनी बनकर आती है कि बरसात की तैयारी में सभी लोग जुट जाएं. लगातार गरमी के बाद पिछले दो तीन दिनों से मौसम के बदलाव ने इस बात के संकेत दे दिए थे कि जल्द ही आसमान से बूंदों की बारिश होनेवाली है. लेकिन मॉनसून पूर्व की बारिश इतनी ज्यादा होगी इसका अनुमान नहीं था. जिस प्रकार मंगलवार की सुबह लगातार दो तीन घंटे तक गरज के साथ मूसलाधार बारिश हुई उसने बरसात की याद दिला दी. लेकिन इस बारिश ने राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में हुए निर्माण कार्य पर भी सवालिया निशान लगा दिया. इस बारिश में जहां ओपीडी वार्ड के निकट बने फार्मेशी सेक्टर की छत से लगातार पानी रिसने के साथ साथ निबंधन काउंटर के पीछे भी खुले भाग से पानी की बौछारें अन्दर आने लगीं. इससे किसी तरह वहां कार्य कर रहे कर्मियों ने अपने लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रोनिक उपकरणों की रक्षा करते हुए मरीजों के रजिस्ट्रेशन का कार्य किया. वहीं फार्मेशी सेक्टर में एक बड़े प्लास्टिक ड्रम को रखकर पानी के फैलाव को रोका गया. दूसरी ओर प्रसूति वार्ड में पिछले साल की ही तरह इस बार भी मॉनसून पूर्व बारिश में नालों में बहने वाला पानी ओवर फ्लो होने की वजह से वार्ड के बरामदे तक पहुंच गया जहां मरीज बेड के ऊपर बैठकर भोजन करते नजर आये. हालांकि अभी मॉनसून का आगमन पूरी तौर पर नहीं हुआ है लेकिन अभी से ही इस तरह की समस्याओं पर यदि कॉलेज प्रशासन की ओर से किसी प्रकार का ठोस कदम नहीं उठाया जाता है तो आनेवाले बरसात के दिनों में यहां की समस्या बेहद विकट हो जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है