सरकार छात्र हित में निर्णय लें अन्यथा आंदोलन और तीव्र होगा : जनसुराज
जनसुराज
पार्टी के नेताओं ने नेता प्रशांत किशोर के खिलाफ हुई कार्रवाई की निंदा की पूर्णिया. जन सुराज पार्टी के जिला अध्यक्ष बंटी यादव एवं सचिव डॉ कृष्ण मोहन कुमार ने पार्टी के नेता प्रशांत किशोर के खिलाफ हुई कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा की है. नेता द्वय बुधवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रशांत किशोर बीपीएससी छात्रों के समर्थन में उनकी मांगों को लेकर गांधी मैदान में शांतिपूर्ण तरीके से 2 जनवरी से अनशन पर बैठे थे. 6 जनवरी की सुबह करीब 4 बजे पुलिस ने ने अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर, बीपीएससी छात्रों और अन्य समर्थकों को बलपूर्वक अनशन स्थल से हटाया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया. लोकतंत्र में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करना देश के हर नागरिक का मौलिक मौलिक अधिकार है. नेता द्वय ने बिहार में बीपीएससी परीक्षा में हुई धांधली और अनियमितताओं के खिलाफ छात्रों के आंदोलन में हुए पूरे घटनाक्रम मीडिया के साथ साक्षा किया और कहा कि छात्रों के आंदोलन को समर्थन देते हुए प्रशांत किशोर सबसे पहले 29 दिसंबर को पटना के गांधी मैदान में छात्र संसद में शामिल हुए थे. छात्र संसद में ये निर्णय हुआ कि मार्च निकाला जाए. पुलिस ने छात्रों के मार्च को जेपी गोलंबर पर रोक दिया था. प्रशांत किशोर छात्रों के प्रतिनिधिमंडल और हजारों छात्रों के साथ इस मार्च का नेतृत्व कर रहे थे. अधिकारियों ने छात्रों के प्रतिनिधिमंडल को बिहार के मुख्य मुख्य सचिव से मिलवाने का वादा किया और सभी छात्रों से मार्च को खत्म करने की अपील की. प्रशांत ने भी ये बात मीडिया और छात्रों के साथ साझा किया. इसके बाद प्रशांत और ज्यादातर छात्र वहां से लौट गये. इसके बाद पुलिस ने कायरतापूर्ण कार्रवाई करते हुए कुछ बचे हुए सैकड़ों छात्र पर लाठियां बरसाई, पानी की बौछार की और उन्हें बेरहमी से पीटा. इस घटना के विरोध में 2 जनवरी से प्रशांत किशोर छात्रों के साथ पटना में गांधी मैदान मैदान में गांधी मूर्ति के नीचे आमरण अनशन पर बैठ गये. 6 जनवरी को प्रशांत किशोर जी समेत सभी अनशनकारियों को जबरन उठाकर ले गई और गिरफ्तार कर उनके ऊपर एफआइआर कर दिया. इस बीच प्रशांत किशोर जी ने अपना आमरण अनशन जारी रखा है. 7 जनवरी की सुबह प्रशांत की तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें आइसीयू में शिफ्ट किया गया. उन्होंने कुछ खाने से इनकार कर दिया है और अस्पताल में भी अनशन जारी रखा है.जन सुराज पार्टी इसके खिलाफ पुलिस और सरकार की इस कायरतापूर्ण कार्रवाई की कड़ी निंदा करती है. नेता द्वय ने कहा है कि सरकार छात्र सत्याग्रह समिति की सभी 5 मांगों को मान कर अविलंब छात्र हित में निर्णय लें अन्यथा ये आंदोलन और तीव्र होगा. इस मौके पर पार्टी के जिला सचिव राहुल झा, अमरनाथ उपाध्यक्ष, महिला जिलाध्यक्ष सुनीता सिंह, महानगर अध्यक्ष राजीब कुमार राय उर्फ बबली, मो.शकील आदि मौजूद थे. फोटो. 8 पूर्णिया 16 – प्रेस वार्ता को संबोधित करते जिलाध्यक्ष एवं सचिव.
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