कालीबाड़ी के समीप
स्टेशन मोड़ से पुल के पार हनुमान मंदिर तक लगता जाम, परेशान रहते लोग
पूजा-अर्चना के लिए आने वाले लोग सड़क व पुल पर खड़ा कर रहे अपने वाहन
पूर्णिया. अररिया-पूर्णिया सड़क मार्ग पर पूर्णिया सिटी में कालीबाड़ी के समीप भक्तों के वाहनों से सडक़ की रफ्तार ठहर जाती है. खास तौर पर त्योहारी सीजन में इस सड़क मार्ग से गुजरना मुश्किल हो जाता है. पुल से कालीबाड़ी गेट के आसपास छोटे-बड़े वाहन इस कदर बेतरतीब खड़े रहते हैं कि आए दिन जाम लग जाता है. हालांकि पुलिस के जवान मुस्तैद रहते हैं और अपने तई जाम हटाने की पूरी कोशिश भी करते हैं पर तीन तरफ से वाहनों की आवाजाही से परेशानी बढ़ जाती है. कभी-कभी चांदनी चौक तक वाहनों की कतार लग जाती है जिससे जाम लंबा हो जाता है.गौरतलब है कि पूर्णिया सिटी को मंदिरों की नगरी कहा जाता है जहां अमूमन रोजाना भक्तों की भीड़ जुटती है. त्योहारी सीजन में भीड़ इस कदर बढ़ती है कि कभी-कभी पैदल चलना भी दूभर हो जाता है और इस पर वाहनों की आवाजाही हमेशा बनी रहती है. चूंकि यह सड़क पूर्णिया जिले को अररिया से जोड़ती है इसलिए इसपर ट्रैफिक हमेशा व्यस्त ही रहता है. इधर, काली मंदिर और शिवालय सौरा नदी के तट पर अवस्थित हैं जहां आए दिन लोग नदी स्नान कर पूजा-अर्चना करते हैं. उधर, जगन्नाथ मंदिर, जैन मंदिर, गुरुद्वारा, श्रीधाम मंदिर और पुरणदेवी मंदिर भी पूर्णिया सिटी में ही है जहां भक्तों की आवाजाही हमेशा होती है. इस लिहाज से सिटी का यह इलाका यातायात के मामले में महत्वपूर्ण हो जाता है पर इसके लिए कोई व्यवस्था सुनिश्चित नहीं हो सकी है.
पूर्णिया सिटी में पार्किंग स्थल की जरुरत
भक्तों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए पूर्णिया सिटी में कालीबाड़ी के आसपास पार्किंग की जरुरत महसूस की जा रही है. नागरिकों का कहना है कि इस सड़क पर एक तरफ अररिया और दूसरी तरफ पूर्णिया की ओर से वाहनों का आना-जाना होता है जबकि तीसरी तरफ खुश्कीबाग की ओर से भी वाहन आते-जाते हैं. त्योहारी सीजन में स्टेशन मोड़ से पुल और इसके उस पार हनुमान मंदिर तक जाम लग जाता है. इस बीच में दोनों तरफ वाहन खड़ा कर लोग पूजा-पाठ करने के लिए मंदिर जाते हैं. नागरिकों का कहना है कि जगन्नाथ मंदिर होते हुए नीचे नदी के तट पर वाहनों की पार्किंग बनायी जा सकती है.मंदिर परिसर में खड़ी रहती बाइक
कालीबाड़ी मंदिर परिसर में यानी मुख्य मंदिर के सामने सौरा घाट सीढ़ी के समीप बड़ी संख्या में आड़ा-तिरछा बाइक की कतार लगी रहती है. यहां लोग बाइक इस तरह खड़ा करते हैं कि नदी स्नान के लिए घाट की सीढ़ियों पर उतरने की भी जगह नहीं मिलती. हालांकि यहां पार्किंग के लिए जगह कम नहीं है पर सिस्टम बहाल नहीं हो सका है. नागरिकों का कहना है कि इसके लिए भी एक सार्थक पहल की जरुरत है और इसके लिए खुद को जागरुक किया जाना लाजिमी है.हमें मिल कर सुधारनी होगी व्यवस्था
शहर के प्रबुद्ध नागरिकों का कहना है कि इस व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सिर्फ प्रशासन पर निर्भर रहना ठीक नहीं है. शहर हमारा है और हम सब को मिल कर ही व्यवस्था को बेहतर बनाना होगा. नागरिकों का कहना है कि सड़क पर बेतरतीब ढंग से लगनेवाली गाड़ियों पर अंकुश लगना जरुरी है पर इसके लिए हमें अपने सिविक सेंस को जागृत करना होगा क्योंकि इसके लिए हमलोग ही जिम्मेदार हैं. नागरिकों ने कहा कि यहां ट्रैफिक को व्यवस्थित करने के लिए सबसे पहले पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था करनी होगी और इसके लिए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक प्लान की जरुरत होगी.————————
कहते हैं प्रबुद्ध नागरिक
1. सिटी में कालीबाड़ी के समीप सचमुच पार्किंग का अभाव है. यहां सड़क पर बेतरतीब खड़े किए जा रहे वाहनों से जाम की समस्या पैदा होती है. नतीजतन, इधर से आने-जाने में कभी-कभी बहुत परेशानी होती है. वैसे, निश्चित रुप से यह प्रशासन की जिम्मेदारी है पर हम सबको भी इस दिशा में सार्थक पहल करनी चाहिए.फोटो- 17 पूर्णिया 1- आदित्य केजरीवाल, महासचिव, चेंबर ऑफ कॉमर्स
2. मंदिरों के कारण सिटी कालीबाड़ी के समीप भीड़ जुटती है पर लोग बिना सोचे सड़क पर वाहन खड़ा कर देते हैं. पर्व-त्योहार के समय जाम की परेशानी बढ़ जाती है जिससे न केवल राहगीर बल्कि स्थानीय लोग भी परेशान रहते हैं. प्रशासन की मदद से व्यवस्था में सुधार के लिए सामूहिक पहल करने की जरुरत है.फोटो-17 पूर्णिया 2- राकेश राय, समाजसेवी, पूर्णिया सिटी3. बदलते दौर में पूर्णिया सिटी काफी व्यस्त इलाका हो गया है. इस दृष्टि से यहां इंटीग्रेटेड ट्रैफिक प्लान बनाना चाहिए. कालीबाड़ी के समीप पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था करनी होगी. इसके लिए हमें लोगों को नोटिस देकर सुनिश्चित करना पड़ेगा कि इस जगह पर वाहन सड़क या पुल पर कोई खड़ा न किए जाएं.फोटो- 17 पूर्णिया 3- संजय कुमार सिंह, अधिवक्ता4. कालीबाड़ी के समीप जाम की इस समस्या के निदान के लिए सबसे पहले हमें खुद अनुशासित होना पड़ेगा क्योंकि सिर्फ डर या दबाव से कोई काम नहीं हो सकता. हमें ऐसी व्यवस्था बनानी होगी कि जहां-तहां सड़क किनारे वाहन खड़े न हों. प्रशासन की सहमति से इसके लिए प्लान बना कर उनकी मदद भी लेनी होगी.
फोटो- 17 पूर्णिया 4- अशोक चौधरी, उपाध्यक्ष, बिहार विकास मोर्चा———————फोटो-17 पूर्णिया 5- आए दिन पूर्णिया सिटी में सौरा पुल पर यूं लगता है जाम6- मंदिर परिसर में बेतरतीब खड़े रहते वाहन
7-सिटी पुल पर होती है वाहनों की पार्किंग,
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