परिवार परामर्श केंद्र में 35 मामलों की सुनवाई, 15 का हुआ निष्पादन
11 परिवारों को समझा बुझाकर उनका घर फिर से बसा दिया गया
पूर्णिया.पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में 35 मामलों की सुनवाई की गई, जिसमें 15 मामले निष्पादित किये गये. इनमें 11 परिवारों को समझा बुझाकर उनका घर फिर से बसा दिया गया. जबकि चार मामलों में दोनों पक्षों के बीच सुलह नहीं होने के कारण उन्हें थाना या न्यायालय जाने का सुझाव दिया गया. डगरूआ थाना क्षेत्र के हरखेली बस्ती की एक महिला खुशियां ने अररिया जिला के पलासी थाना स्थित अपने पति दानिश पर आरोप लगाया था कि शादी के तीन माह तक वह मुझ पर प्यार लुटाता रहा. इसके बाद से नफरत का दौड़ शुरू हुआ और मारपीट करने लगा.इतना ही नहीं मोटर के तार से करंट लगाता था. 13 महीने के बच्चे को उससे छीन कर रख लिया. तीन माह की गर्भवती होने के बावजूद भी अत्याचार करने से ससुराल वाले नहीं चुकते. पति ने अपनी सफाई में कहा कि उसकी पत्नी बार-बार मायके भाग जाती है. बच्ची छीनने के पीछे मंशा यह थी की उसके मोह में पत्नी वापस ससुराल लौट आएगी. वह अक्सर फांसी लगाकर आत्महत्या करने लगती थी. केंद्र के सदस्यों के समझने के बाद अपनी शर्तों पर पत्नी ने पति के साथ जाने के लिए तैयार हुई. साथ ही केंद्र द्वारा पति को हिदायत दी गई कि पत्नी को अच्छी तरह से रखेगा और उसके साथ मारपीट नहीं करेगा. मामले को सुलझाने में केंद्र की संयोजिका सह महिला थानाध्यक्ष ललिता कुमारी, सदस्य दिलीप कुमार दीपक, स्वाति वैशंत्री, कविता चौधरी, रविंद्र साह, जीनत रहमान आदि शामिल थे. फोटो. 8 पूर्णिया 16- मामले का निष्पादन करते परिवार परामर्श केंद्र के सदस्य.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है