प्रतिनिधि, बनमनखी. अब मुर्गी की नयी नस्ल वनराजा से दलित युवाओं की खुशहाली आयेगी. बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय की ओर से इस अभियान की शुरुआत प्रखंड के कचहरी बलुआ पंचायत के वार्ड नं 12 की दलित बस्ती से की गयी. बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के शोध प्रभारी वैज्ञानिक डॉ पंकज कुमार ने 50 अनुसूचित जाति के परिवारों को प्रशिक्षण देकर उन्नत तकनीक की रंगीन नस्ल के 12-12 मुर्गी के चूजा वितरण किया. कार्यक्रम का उद्घाटन मुखिया प्रतिनिधि अजय कुमार और डॉ पंकज कुमार ने संयुक्त से दीप प्रज्ज्वलित कर किया. मुखिया प्रतिनिधि अजय कुमार ने विश्वविद्यालय के इस प्रयास की सराहना करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रामेश्वर सिंह को इस योजना में पूर्णिया जिला के कचहरी बलुआ पंचायत को शामिल करने के लिए आभार व्यक्त किया. वैज्ञानिक डॉ पंकज कुमार ने बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पोल्ट्री सीड प्रोजेक्ट के तहत अनुसूचित जाति सह योजना के तहत यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है. इसमें अनुसूचित जाति के 50 परिवारों को प्रशिक्षण के पश्चात वनराजा प्रजाति का चूजा वितरण किया गया है. यह रंगीन नस्ल मुर्गी है. जो प्रतिवर्ष 160 से 180 अंडे देती है. मुर्गे का वजन 4 किलोग्राम तक होता है.यह अत्यंत रोग रोधी और देशी स्वाद की मुर्गी है. इसके रख रखाव में खर्च नगण्य के बराबर है.युवा इसे पालकर प्रतिवर्ष 1000 से 1200 रुपये आमदनी कर सकते हैं. युवा इस रंगीन नश्ल की मुर्गी पालकर स्वरोजगार सृजन कर सकते हैं. वैज्ञानिक डॉ पंकज कुमार ने बताया कि बिहार पशु विज्ञान विश्व विद्यालय पटना इस प्रसार के लिए राज्य भर में कार्यक्रम आयोजित कर दलित परिवारों को प्रशिक्षण देकर उन्नत प्रजाति की मुर्गी निःशुल्क वितरण करता है. इस मौके पर समाजसेवी विद्यानंद यादव ,अनमोल कुमार यादव,श्रीकांत साह,किशोर यादव,सुरेश यादव, सुबोध यादव, मिथलेश यादव आदि मौजूद थे. फोटो परिचय:- 7 पूर्णिया 10- चूजा वितरण करते वैज्ञानिक डॉ पंकज कुमार.
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