पूर्णिया. थैलेसिमिया पीड़ित बच्चों के बोनमेरो ट्रांसप्लांट के लिए राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में एचएलए मैचिंग कैम्प का आयोजन किया गया. उक्त कैम्प में बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के ब्लड सेल से स्टेट कोऑर्डिनेटर डॉ. जीतेंद्र कुमार लाल के साथ साथ वेल्लोर से पांच सदस्यीय टीम ने आकर थैलेसिमिया मरीजों के परिजनों के बक्कल्स स्वाब का सैम्पल लिया. मिली जानकारी के अनुसार थैलेसिमिया मरीजों के लिए उनके सहोदर भाई बहन का बक्कल्स स्वाब लिया गया जिसे भेलोर भेजा जाएगा और वहां से उस सैम्पल को जर्मनी भेजा जाएगा जहां उनका मैचिंग किया जाएगा और यह पता लगाया जाएगा कि उनका बोनमैरो डोनेशन लिया जा सकता है अथवा नहीं. चिकित्सकों का कहना है कि थैलेसिमिया पीड़ित बच्चों के बोनमैरो ट्रांसप्लांट हो जाने के बाद वे पूर्ण स्वस्थ हो सकते हैं और सामान्य जिन्दगी जी सकते हैं. मौके पर जीएमसीएच अधीक्षक ने बताया कि बिहार सरकार के निर्देशानुसार यहां एचएलए मैचिंग कैम्प का आयोजन किया गया है. सरकार ने प्रत्येक मरीज को बोनमैरो ट्रांसप्लांट में आने वाले खर्चे के लिए 15 लाख का आवंटन किया है. यह काफी मंहगा इलाज है इस वजह से गरीब थैलेसिमिया पीड़ित बच्चों का असमय निधन हो जाता था अब उनको एक नयी जिंदगी मिलेगी और वे नार्मल लाईफ जियेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि जो भी पीड़ित बच्चे आयेंगे जिनका जिनका सिव्लिंग्स मैच करेगा उनके बोनमैरो मैचिंग के बाद सभी का क्रमवार तरीके से इलाज कराया जाएगा. इस मौके पर वेलोर से आई पांच सदस्यीय टीम में सीनियर सोशल वर्कर गोमती जोसेफ, एचएलए संयोजिका मिसेस महालक्ष्मी, डॉ. येन, डॉ. मरियम, क्लिनिकल असिस्टेंट मिसेज आरिफा, टीम के एचएलए कोर्डिनेटर दिनेश के अलावा बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति, पटना ब्लड सेल से स्टेट कोऑर्डिनेटर डॉ. जीतेंद्र कुमार लाल, जीएमसीएच अधीक्षक डॉ. संजय कुमार, पेडिया विभाग एचओडी डॉ. प्रेम प्रकाश, डॉ. कनिष्क कुणाल. डॉ. तारकेश्वर, मेडिकल ऑफिसर, लैब टेक्नीशियन, ओएसडी व अन्य कर्मी उपस्थित रहे. टिपण्णी स्क्रीनिंग से लेकर टेस्ट व बोनमैरो ट्रांसप्लांट तक सम्पूर्ण इलाज में दो से तीन महीने का वक्त लगता है. यह ट्रांसप्लांट वेलोर में होगा वहां से आज मेडिकल टीम आई है जो पीड़ित बच्चे के भाई बहन के स्वैव का सैम्पल कलेक्ट कर रहे हैं. इसका परिणाम अच्छा है उम्मीद है सभी बच्चों का यह इलाज सफल होगा. डॉ. संजय कुमार, अधीक्षक जीएमसीएच ……………… ब्लड बैंक द्वारा लिस्टेड थैलेसिमिया पीड़ित चयनित बच्चों के एचएलए मैचिंग के लिए उनके भाई बहन का सलाइवा लिया जा रहा है. कुल 115 बच्चों का सैम्पल कलेक्ट किया जाना है. ये बच्चे विभिन्न जिलों से आये हैं. जितने बच्चों के परिजन पहुंचेंगे उनका सैम्पल लिया जाएगा. आयोजन की सूचना पूर्व में ही दे दी जाती है. सिव्लिंग्स मैच करना महत्वपूर्ण है. जीतेंद्र कुमार लाल, स्टेट कोर्डिनेटर ……………. फोटो -2 पूर्णिया 11- जीएमसीएच के एचएलए मैचिंग कैम्प में उपस्थित टीम 12- एचएलए मैचिंग के लिए सलाइवा संग्रह करते विशेषज्ञ
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