विश्व उच्च रक्तचाप दिवस पर जागरूकता शिविर आयोजितपूर्णिया. विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के अवसर पर एसोसियेशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडिया (एपीआई) की पूर्णिया चेप्टर ने स्थानीय लाइन बाज़ार एटीएम के समीप एक जागरूकता शिविर लगाया गया. इस दौरान मरीजों के बीपी की जांच की गयी. इस मौके पर जानेमाने चिकित्सक डा. देवी राम ने बताया कि अपने रक्तचाप को सटीक रूप से मापें, इसे नियंत्रित करें और लंबे समय तक जीवित रहे है. विश्व उच्च रक्तचाप दिवस 2024 पर इस विषय के तहत दुनिया भर में उच्च रक्तचाप के बारे में कम जागरूकता दर का मुकाबला करने, खास तौर से निम्न से मध्यम आय वाले क्षेत्रों में सटीक रक्तचाप मापने के तरीके को बढ़ावा देने और आम लोगों को उच्च रक्तचाप की पहचान, गंभीर जटिलताओं, उसकी रोकथाम और प्रबंधन के बारे में बताने पर फोकस किया जा रहा है.
हर साल लगभग 7.5 मिलियन होती हैं मौतें :
एपीआई के अध्यक्ष डाॅ आरके मोदी ने कहा कि हाई ब्लड प्रेशर हर साल लगभग 7.5 मिलियन मौतों के लिए जिम्मेदार है. इसलिए विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मकसद उच्च रक्तचाप के फैलाव, इसके लक्षणों और इससे निपटने के लिए सेहतमंद जीवनशैली अपनाने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. क्योंकि उच्च रक्तचाप के जल्द इलाज से कई लोगों की जान बचायी जा सकती है.खराब जीवनशैली बढ़ता है उच्च रक्तचाप :
एपीआई के डाॅ सीएम सिंह ने कहा कि हाइपरटेंशन यानी उच्च रक्तचाप दुनिया भर में हृदय रोगों और समय से पहले मौत की सबसे बड़ी वजहों में एक है. मौजूदा मॉडर्न दौर में खराब जीवनशैली, असुरक्षित खानपान और फिजिकल एक्टिविटीज में कमी के चलते उच्च रक्तचाप की दिक्कत लगातार बढ़ती जा रही है. सेहत की ये खतरनाक है. इस अवसर पर एपीआई के सचिव डा. निशिकांत ने भी हाईपरटेन्सन पर लोगो जागरूक किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है