जिले में चल रहे अवैध पैथलॉजी, नर्सिंग होम व अल्ट्रासाउंड पर गिर सकती है गाज, जांच की जद में कई डॉक्टर

जांच की जद में कई डॉक्टर

By Prabhat Khabar News Desk | January 8, 2025 5:08 PM

पूर्णिया. जिले में लंबे समय से फर्जी तरीके से पैथलॉजी, नर्सिंग होम व अल्ट्रासाउंड सोनोग्राफी वगैरह की शिकायतों के बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई तेज कर दी है. न सिर्फ जिला मुख्यालय बल्कि विभिन्न प्रखंडों में भी जांच टीम द्वारा सर्वेक्षण का कार्य चल रहा है. टीम में शामिल लोग प्रखंड क्षेत्रों में निबंधित और गैर निबंधित पैथलॉजी, नर्सिंग होम व अल्ट्रासाउंड सोनोग्राफी वगैरह का डेटा तैयार कर रहे हैं. इसी कड़ी में बीते दिनों कसबा प्रखंड में जांच टीम ने लगभग आधा दर्जन से ज्यादा स्थानों पर जाकर स्थल निरीक्षण किया और सूची तैयार की. हालांकि एक दिन में पूरे प्रखंड में कार्य पूर्ण नहीं किया जा सका जिस वजह से शेष कार्य के सम्पादन के लिए टीम फिर से वहां जायेगी. सिविल सर्जन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार उक्त चार सदस्यीय टीम में वैक्टर डिजीज नियंत्रण पदाधिकारी ब्रिज नंदन मिश्रा के अलावा मलेरिया विभाग के ही आशुतोष पाण्डेय, जूही दास व सोनू कुमार शामिल हैं इनके अलावा एसीएमओ डॉ आरपी मंडल भी विशेष रूप से इस कार्य की मोनिटरिंग में लगे हुए हैं. शर्तों में मुख्य रूप से प्रदूषण, बायोवेस्ट मेनेजमेंट, फायर, ट्रेड लाइसेंस, निगम की रसीद, चिकित्सक एवं पारा मेडिकल स्टाफ की संख्या उनकी डिग्री, ऑनर के पहचान पत्र, मकान का एग्रीमेंट वगैरह शामिल हैं. हालांकि फिलवक्त विभाग द्वारा निरीक्षण का ही कार्य किया जा रहा है लेकिन इस बात की भी पूरी संभावना है कि इसकी जद में कुछ वैसे भी चिकित्सक आ सकते हैं. जिनकी गैर हाजिरी में अन्य लोगों द्वारा संस्थानों का संचालन किया जा रहा है अथवा एक ही चिकित्सक के नाम पर एक से ज्यादा जगहों पर मरीजों का इलाज अथवा उनकी जांच सम्बन्धी रिपोर्ट तैयार किये जा रहे हैं.

संचालित संस्थानों से ली जा रही है सूचनाएं

जिले में संचालित पैथलॉजी, नर्सिंग होम व अल्ट्रासाउंड सोनोग्राफी आदि के संचालकों को उनके संस्थान के निबंधन के लिए अल्टीमेटम दिया गया है और सूचनाएं मांगी गयी हैं. विभाग प्राप्त संबंधित कागजातों की जांच और समीक्षा के बाद आगे की कार्रवाई करेगा. पैथलॉजी, नर्सिंग होम व अल्ट्रासाउंड सोनोग्राफी आदि के संचालकों को उनके केंद्र में कार्यरत कर्मियों की संख्या, उनके अनुभव, योग्यता, विशेषज्ञता सम्बंधित ब्योरे का भी ज़िक्र करना होगा.

अवैध प्रतिष्ठान और मकान दोनों पर होगी कार्रवाई

सिविल सर्जन ने दो टूक कहा है कि बगैर निबंधन गलत तरीका अपनाने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने साफ़ तौर पर कहा है कि अवैध अस्पताल और पैथलॉजी संचालकों पर कार्रवाई के साथ- साथ वैसे मकान मालिक भी इस दायरे में आयेंगे जिनके घरों और मकानों में यह कार्य अवैध रूप से चल रहा हो. मिली जानकारी के अनुसार जिले में अबतक लगभग सवा सौ की संख्या में नये लोगों ने अपने प्रतिष्ठान के निबंधन को लेकर सिविल सर्जन कार्यालय में आवेदन जमा किये हैं. हालांकि जिले में पूर्व से भी लगभग 300 पैथलॉजी, 142 नर्सिंग होम एवं 121 अल्ट्रासाउंड निबंधित हैं.

बोले सिविल सर्जन

पूरे जिले के सभी प्रखंडों में जांच टीम के द्वारा निबंधित और गैर निबंधित पैथोलॉजी व नर्सिंग होम आदि की सूची तैयार की जायेगी उन सभी की जांच और निरीक्षण के बाद वैध संस्थानों को अनुज्ञप्ति दी जायेगी एवं अवैध संस्थान को सील करते हुए विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी. अभी भी मौक़ा है निर्धारित शर्तों के अनुसार अपने अपने प्रतिष्ठानों के निबंधन के लिए कागजात जमा करा दें.

डॉ. प्रमोद कुमार कनौजिया, सिविल सर्जनफोटो. 8 पूर्णिया 5-राजकीय चिकित्सा कॉलेज एवं अस्पताल पूर्णिया

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