पूर्णिया. इन दिनों मौसम को लेकर नन्हें बच्चों में स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियां बढ़ गयीं हैं. राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के बच्चा वार्ड में हर दिन दो दर्जन के लगभग बच्चे एडमिट हो रहे हैं जिनमें सर्दी, खांसी, दस्त, बुखार एवं चमकी की शिकायत मिल रही है. दूसरी ओर ओपीडी में भी हर रोज इसी तरह के लक्षणों से मिलते जुलते दर्जनों मामले सामने आ रहे हैं. बच्चा वार्ड में बेड की कमी से फर्श पर भी बच्चों का इलाज किया जा रहा है. वहां तैनात नर्स ने बताया कि हमेशा बदलते मौसम में माहौल इसी तरह का होता है. चिकित्सकों के निर्देश के अनुसार जिसे जिस तरह की जरुरत है वैसा प्रबंध किया जा रहा है. एंटी बायोटिक दवा के साथ साथ स्लाईन और सुई बच्चों को दी जा रही है. कुछ बच्चे 3 से 4 दिनों में ठीक हो जाते हैं तो कुछ को हफ्ता दिन का भी समय लग जाता है. जीएमसीएच में पदस्थापित शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रेम प्रकाश ने बताया कि इन दिनों बच्चों में सर्दी, खांसी बुखार और दस्त की समस्या सामने आ रही है. कुछ दूषित जल और दूषित खान पान से होने वाले रोगों के भी लक्षण मिल रहे हैं. कुछ चमकी वाले मामले भी हैं.
कहते हैं डाक्टर
यहां एक्यूट एन्सेफ्लाईटिस यानि चमकी बुखार वाले केस अभी नहीं मिले हैं. ज्यादा बुखार अथवा कई और मामलों में भी कुछ चमकी की शिकायत होती है जिसे दवा से नियंत्रित कर लिया जाता है. शेष मामलों में मुख्य रूप से मौसम का असर है. बैक्टेरियल या वायरस संक्रमण के अलावा डेंगू, मलेरिया अथवा टायफाइड की भी समस्या इन दिनों बढती है. इसलिए सावधान रहने की जरुरत है.
डॉ. प्रेम प्रकाश, शिशु रोग विशेषज्ञ जीएमसीएच——————————–चिकित्सकीय सलाह
बच्चों को वायरल इन्फेक्शन से बचाएं.बड़ों में अगर संक्रमण हो तो बच्चों को दूर रखें.
बाहर के खान पान से परहेज करें.धूप और बारिश से बच्चों को बचाएं.
तेज बुखार का ख्याल रखेंडायरिया में ओआरएस का घोल देते रहेंखानपान में साफ़ सफाई जरुरी हैकिसी भी तरह की परेशानी में चिकित्सक की सलाह अवश्य लें.
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27 पूर्णिया 24- जीएमसीएच स्थित बच्चा वार्ड में इलाजरत बच्चेडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है