अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस : अपनों से दूर गर्भवती महिलाओं की देख-रेख में समर्पित हैं यह नर्स

स्वास्थ्य सेवाओं की परिकल्पना नर्सों के योगदान के बिना संभव नहीं है. नर्स वह कड़ी हैं जो स्वास्थ्य सेवाओं को को बेहतर उपचार से जोड़ती है. कोरोना संक्रमण काल के इस दौर में कोरोना नर्स कोरोना पीड़ितों की देखरेख में दिन-रात जुटी हैं

By Prabhat Khabar News Desk | May 12, 2020 1:14 AM

पूर्णिया : स्वास्थ्य सेवाओं की परिकल्पना नर्सों के योगदान के बिना संभव नहीं है. नर्स वह कड़ी हैं जो स्वास्थ्य सेवाओं को को बेहतर उपचार से जोड़ती है. कोरोना संक्रमण काल के इस दौर में कोरोना नर्स कोरोना पीड़ितों की देखरेख में दिन-रात जुटी हैं. ऐसे सभी प्रकार की जिम्मेदारियों को पूर्णिया सदर अस्पताल के मेटरनिटी वार्ड में कार्यरत ए ग्रेड स्टाफ नर्स डिम्पल कुमारी निभा रही हैं. वह न सिर्फ सभी गर्भवती महिलाओं की जांच करती हैं बल्कि उन्हें और उनके होने वाले बच्चे को कैसे कोरोना संक्रमण से बचा कर रखा जा सके इसकी भी जानकारी देती है.

नर्स डिंपल कुमारी बताती हैं कि आम तौर पर हमारी ड्यूटी आठ घंटे की होती है पर अभी कोविड-19 के कारण हमें 18 घंटे तक दिन-रात मिलाकर ड्यूटी करनी पड़ती है. क्योंकि बाहर के सभी अस्पताल भी बंद हो गये थे. अभी भी गर्भवती महिलाओं की संख्या ज्यादा होने पर हमें ज्यादा समय तक कार्य करना पड़ता है. भले ही लॉक डाउन के कारण लोग अस्पताल नहीं आ रहे, सिर्फ गम्भीर मरीज ही अस्पताल आते हैं पर गर्भवती महिलाओं के लिए हमेशा उपलब्ध होना जरूरी होता है. ऐसे में किसी भी महिला को कोई तकलीफ न हो इसलिए हमेशा वार्ड में उपस्थित रहना, किसी के आने पर उनका पूरी तरह जांच करना, उन्हें व उनके होने वाले बच्चे को इस कोरोना संक्रमण से बचाव की जानकारी देना जरूरी होता है, इसके लिए हम जितना हो सके उपस्थित रहने की कोशिश करते हैं. इसके लिए अभी के समय में हम किसी तरह की छुट्टियां नहीं ले रहे हैं.

जांच के दौरान सतर्कता का रखती है ध्यान :ए ग्रेड स्टाफ नर्स डिम्पल ने कहा कि कोरोना से बचने का सबसे आसान तरीका सतर्कता व सफाई है. ऐसे में हम सभी लेबर विंग कर्मी हमेशा इसका ध्यान रखते हैं. कोई भी गर्भवती महिला जांच के लिए आये तो उसकी जांच से पहले जरूरी किट व सेनिटाइजर का प्रयोग करते हैं. गर्भवती महिला और उसके साथ आये संबंधी को भी सेनिटाइज कराते हैं. वार्ड में लोगों के बीच सेल्फ-डिस्टेंसिन्ग का ध्यान रखा जाता है. घर पर सेल्फ आइसोलेशन का रखती है खयाल :नर्स डिम्पल ने बताया कि काम के बाद जब भी घर पर जाती है तो वहां भी खुद को सेल्फ आइसोलेशन के लिए हर किसी से दूरी बना कर रखती है.

ज्यादा समय अस्पताल में ही बिताने के बाद घर पर कोई संक्रमित न हो इसलिए हमेशा खुद को घर पर सेनिटाइज करते रहती हूं. यह बहुत मुश्किल होता है कि आप अपने लोगों के साथ रहकर भी उनसे दूरी बना कर रहो पर हमें ऐसा करना पड़ता है. अभी देश को हमारी जरूरत है. हम जितना हो सके इसमें मदद करना चाहते हैं, जिससे हम ज्यादा लोगों की जिंदगियां बचा सकें.फोटो- 11 पूर्णिया 32परिचय : कार्यरत नर्स डिम्पल कुमारी

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