बैठक में सीएचसी का जांच घर तीन बजे ही बंद रहने पर जतायी आपत्ति

समीक्षा बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य, आंगनबाड़ी का मसला छाया

By Prabhat Khabar News Desk | December 10, 2024 7:51 PM

समीक्षा बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य, आंगनबाड़ी का मसला छाया

बैसा.

प्रखंड मुख्यालय परिसर में मंगलवार को वरीय उपसमाहर्ता सह बीडीओ रवि शंकर झा के नेतृत्व में पहली बार एक प्रखंडस्तरीय समीक्षा बैठक हुई. इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, आंगनबाड़ी के साथ ही अन्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई. वरीय उपसमाहर्ता सह बीडीओ रवि शंकर झा ने कहा कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र की समस्याओं का एक ही जगह बैठकर हल निकालना है. अब से प्रत्येक मह इस तरह की बैठक होगी, जिससे क्षेत्र की विकास में गति मिलेगी. लापरवाह अधिकारी नपेंगे. इसके लिए सभी जनप्रतिनिधियों को जागरूक होना पड़ेगा. अगर समस्या का समाधान नहीं होता है तो एक सप्ताह के अंतराल में सूचित करते रहिए, जबतक समाधान न हो जाये.

माह के दूसरे शनिवार को स्वच्छता दिवस के रूप में मनाएं

वरीय उपसमाहर्ता सह बीडीओ रवि शंकर झा ने बैठक में मौजूद पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से कहा कि महीने के दूसरे शनिवार को स्वच्छता दिवस के रूप में मनाइए. दूसरे शनिवार को जब अपने कार्यालय जाते हैं तो सफाई से पहले बाद का फोटो ग्रुप में शेयर करें. इससे लोगों की जागरूकता बढ़ेगी. शिक्षा विभाग की चर्चा के क्रम में शिक्षा पदाधिकारी संगीता कुमारी ने सभी जनप्रतिनिधियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि व्यस्तता के कारण जो काम अधूरा रह गया है,उसे ठीक करने का पूरा प्रयास किया जायेगा. प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्रों पर लाभुकों को देनेवाले लाभ का चार्ट प्रदर्शित करने, टीएचआर व गर्भवती महिलाओं को पोषाहार आदि की जानकारी देने की मांग की. सीडीपीओ सीमा कुमारी ने सदन को बताया कि 67 सेंटर स्कूल में शिफ्ट था. कई स्कूलों में मना करने पर 29 अभी बचा है. बाकि अभी रेंट में है. स्वास्थ्य विभाग की चर्चा के दौरान सर्वप्रथम क्षेत्र में एपीएचसी में डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों का मुद्दा उठाया गया. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बैसा में जांच घर तीन बजे ही बंद हो जाने पर आपत्ति जतायी. सबने एक स्वर में कहा कि ओपीडी 5 बजे शाम तक संचालित होती है, तो जांच घर तीन बजे तक ही क्यों खुला रहता है. क्या तीन बजे के बाद जांच की जरूरत नहीं पड़ती. बीएचएम के 24 घंटे अस्पताल में रहने पर जोर दिया गया. वहीं बीएचएम आलोक वर्मा ने बताया कि उनकी ड्यूटी सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक ही है. रात की जिम्मेदारी अस्पताल में ड्यूटी में मौजूद डॉक्टर की बनती है.

फोटो. 10 पूर्णिया 27- बैठक में उपस्थित पदाधिकारी व अन्य.

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