पूर्णिया. पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव ने सदन में शिक्षा और सड़क के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2025 में पूर्णिया से सहरसा और वीरपुर से बिहपुर, कोसी पर पुल बनाने की बात की थी. मंत्री नितिन गडकरी चार साल पहले मधेपुरा गए थे, वहां पर उन्होंने कई एनएच की घोषणा की थी. चार साल पहले से लेकर आज तक जितने एनएच की घोषणाएं हुई हैं, चाहे वह सहरसा से सुपौल होते हुए, कोसी पर ओवर ब्रिज का मामला हो, वह एनएच जो सुपौल होते हुए अररिया को जोड़ता है. इनकी वास्तविक स्थिति क्या है ? सांसद ने कहा कि बिहार की लगभग सारी परियोजनाएं अधर में है. वह पैसे के अभाव के कारण है या एजेंसी के कारण है? इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है. सांसद ने जानना चाहा कि वर्ष 2025 के किस महीने तक पूर्णिया, वीरपूर से बिहपुर, नवगछिया से रूपौली होते हुए कोई नई परियोजना है एवं क्या कोई नई योजना के तहत कोसी-सीमांचल में लेने का प्रावधान है? सांसद ने शिक्षा के मुद्दे पर भी केंद्र सरकार को अवगत कराया और कहा कि सरकारी स्कूल के शिक्षक और प्राइवेट स्कूल के शिक्षक की गुणवत्ता जमीन आसमान का फर्क है. आग्रह है कि देश में ऐसी नीति बने, जिसके तहत शिक्षक की गुणवत्ता को समय-समय पर एग्जामिनेशन या उनकी ट्रेंनिग अनिवार्य की जाए, ताकि सरकारी स्कूल के जो बच्चे हैं, उनका बेहतर भविष्य सुनिश्चित हो. बिहार से पढ़ने के लिए बच्चे सबसे ज्यादा कोटा में जाते हैं .कोटा में पिछले साल लगभग 700 बच्चे डिप्रेशन के चलते आत्महत्या की. मेरा सबमिशन इस बात को लेकर है कि बिहार के बंटवारे के बाद न तो एक भी नेतरहाट विद्यालय खुला, न सैनिक स्कूल खुला, न केन्द्रीय विश्वविद्यालय को तवज्जो मिली. इस ओर ध्यान देने की जरूरत है. फोटो- 2 पूर्णिया 11- पप्पू यादव
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