यौन शिक्षा को व्यावहारिक जीवन में अमल में लाना जरूरी
विश्व गर्भनिरोधक दिवस पर संगोष्ठी
– पूर्णिया महिला महाविद्यालय में विश्व गर्भनिरोधक दिवस पर संगोष्ठी पूर्णिया. पूर्णिया महिला महाविद्यालय में गुरुवार को विश्व गर्भनिरोधक दिवस पर संगोष्ठी में यौन शिक्षा को व्यवहारिक जीवन में अमल में लाने पर जोर दिया गया. यह कहा गया कि सुरक्षित यौन व्यवहार सेहत के साथ-साथ परिवार नियोजन समेत राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की सफलता में अहम है. प्रधानाचार्या डॉ रीता सिन्हा ने कहा कि गर्भनिरोधक का इस्तेमाल आज के समय बेहद ही जरूरी है ताकि रोगों से बचा जा सके .बच्चों का जन्म सुरक्षित हो एवं उन्हें भी नुकसान न पहुंचे. डॉ रीता सिन्हा ने कहा कि यौन रोगों से बचने के लिए एवं सुरक्षित रहने के लिए भी गर्भनिरोधक का इस्तेमाल जरूरी है. अंग्रेजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ उषा शरण ने कहा कि हमें गर्भनिरोधक का इस्तेमाल करने के लिए डॉक्टर से ही परामर्श लेना चाहिए. एनएसएस यूनिट वन के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ राकेश रोशन सिंह ने सुझाव दिया कि डॉक्टर से सलाह लेकर बहुत सारे गर्भ निरोधक का इस्तेमाल किया जा सकता है ताकि जनसंख्या को नियंत्रित किया जा सके. एनएसएस यूनिट 2 के कार्यक्रम पदाधिकारी प्रोफेसर मीना कुमारी रजक ने कहा कि गर्भनिरोधक का इस्तेमाल करने से जरूरी है सुरक्षित गर्भनिरोधक का इस्तेमाल करना एवं स्वस्थ रहना. यह शरीर आपका है आपको निर्णय लेना है कि स्वस्थ रहना है एवं कैसे स्वस्थ रहें. हिंदी विभाग की प्रेरणा ने संदेश दिया की सुरक्षित यौन संबंध बनाना चाहिए एवं सही साथी का चुनाव करना चाहिए वरना भविष्य मे बहुत सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. कार्यक्रम में इतिहास विभाग की डॉ. प्रमिला कुमारी, गृह विज्ञान विभाग की की डॉ. उषा आदि उपस्थित रहे. एनएसएस वॉलिंटियर्स खुशी नंदिनी, नीलम, काजल ,समृद्धि सिंह ,जीनत, शालिनी, संध्या, स्मृति, निकिता कुमारी ,कृति आनंद एवं अन्य सभी ने सहभागिता की. कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन बांग्ला विभाग के सह प्राध्यापक मसूद अली देवान ने किया. फोटो. 26 पूर्णिया 21 परिचय- कार्यक्रम के दौरान समूह में प्रधानाचार्य, शिक्षक व छात्राएं.
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