पूर्णिया. जातीय जनगणना के दौरान कोइरी समाज के साथ हुई नाइंसाफी के खिलाफ 23 फरवरी को पटना में कोइरी आक्रोश महारैली होगी. इसकी घोषणा शोषित इंक्लाब पार्टी सह पूर्व मंत्री नागमणि ने की. स्थानीय सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वे पिछले साढ़े तीन महीने से बिहार के प्रखंड व पंचायतों में पहुंच कर कोइरी समाज को संगठित करने का काम कर रहे हैं. उन्होंने बिहार सरकार पर जातीय जनगणना के दौरान कोइरी समाज के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया. पूर्व मंत्री ने कहा कि बिहार में कोइरी जाति की जनसंख्या बारह प्रतिशत है, लेकिन जनगणना में इसे केवल सवा चार प्रतिशत दिखाया गया है. इसी तरह बिहार में ब्राह्मण, राजपूत और भूमिहार जातियों की जनसंख्या करीब 6 फीसदी है लेकिन इसके आंकड़े भी बहुत कम दिखाये गये हैं. उन्होंने जातीय जनगणना को पूरी तरह से गलत बताया. इस अन्याय के खिलाफ आगामी 23 फरवरी को पटना में कोइरी आक्रोश महारैली का आयोजन किया जा रहा है. पूर्व मंत्री नागमणि ने बताया कि आगामी विधानसभा चुनाव में वे पूर्णिया जिले से करीब तीन विधानसभा क्षेत्र से वे अपनी पार्टी का उम्मीदवार उतारेंगे. उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में बिहार की जनता एनडीए सरकार को उखाड़ फेकेगी.
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