वित्तीय साक्षरता के बारे में लोगों को किया जागरूक
वित्तीय साक्षरता के मूलमंत्र आमदनी, खर्चा, बचत, ऋण और निवेश पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गयी
पूर्णिया. लोगों में रुपये लेन देन के मामले में सभी प्रकार की सावधानियों के प्रति जागरूकता लाने और उनके अधिकारों से उन्हें अवगत कराने के उद्देश्य से बैंक द्वारा डिजिटल जागरूकता व ग्राहक अधिकार कार्यक्रम का आयोजन किया गया. एसबीआई के क्षेत्रीय व्यवसायिक कार्यालय के क्षेत्रीय प्रबंधक, विकास कुमार के दिशानिर्देशों और जिला अग्रणी प्रबंधक शैलेश कुमार के देखरेख में सेवानिवृत्त मुख्य प्रबंधक सह वित्तीय साक्षरता केंद्र के वित्तीय साक्षरता सलाहकार अजय कांत झा ने लोगों से तमाम जानकारियां शेयर कीं. इस दौरान वित्तीय साक्षरता के मूलमंत्र आमदनी, खर्चा, बचत, ऋण और निवेश पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गयी. वहीं प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और अटल पेंशन योजना पर भी लोगों को जागरुक किया गया और इससे जुड़ने का आग्रह किया गया. सभी ग्राहकों से अपने खाता का केवाईसी को अपडेट रखने तथा खाते मे नियमित लेनदेन करने के अलावा खाता में मोबाइल नंबर के साथ नोमनी को भी अपडेट रखने को कहा गया ताकी खाता धारक के बाद भुगतान मे दिक्कतें ना. लोगों को डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिये भी प्रेरित किया गया. वहीं अनजान नंबरों और अनजान लिंक्स से सावधान रहने को कहा गया. किसी प्रकार की धोखाधड़ी होने पर साइबर क्राइम टोल फ्री नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करने के साथ साथ बैंक को भी लिखित रूप में सूचना देने को कहा गया. इस दरम्यान सभी खाताधारियों को उनके अधिकारों के बारे में भी जागरूक किया गया और बताया गया कि किसी प्रकार की शिकायत का समाधान संबंधित बैंक 30 दिनों में नहीं करती है तो भारतीय रिजर्व बैंक के लोकपाल के टोल फ्री नंबर 14448 पर शिकायत दर्ज करे. इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम के लिए ग्रामीणों ने भारतीय स्टेट बैंक को साधुवाद कहा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है