जागरूकता से ही मातृ व शिशु मृत्यु दर में लायी जा सकती है कमी : कनौजिया
स्वास्थ्य विभाग का प्रमंडल स्तरीय कार्यशाला का आयोजन
स्वास्थ्य विभाग का प्रमंडल स्तरीय कार्यशाला का आयोजन
पूर्णिया. महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच और संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करते हुए प्रमंडल में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को नियंत्रित करने के मकसद से स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रमंडल स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. यूनिसेफ पटना बिहार, पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पीएचएफआई) दिल्ली एवं जन स्वास्थ्य प्रतिष्ठान दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला में सभी स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मियों द्वारा लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने पर चर्चा की गयी. इस मौके पर क्षेत्रीय अपर निदेशक (आरएडी-स्वास्थ्य) डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने कहा कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिए सभी जिले में प्रखंड स्तर पर गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ उनके परिजनों को जागरूक करने की आवश्यकता है. परिजनों के जागरूक होने पर सभी लोग मां और बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए नियमित रूप से प्रसव पूर्व जांच और संस्थागत प्रसव सुविधा का लाभ उठा सकते हैं. प्रमंडल के सभी जिलों में अभी भी कुछ लाभार्थियों द्वारा प्रसव पूर्व जांच और संस्थागत प्रसव सुविधा का लाभ नहीं लिया जा रहा है जिससे असुरक्षित प्रसव के कारण मातृ या जन्मजात शिशु की मृत्यु दर्ज किया जा रहा है. इसे नियंत्रित करने के लिए गर्भवती महिलाओं के परिजनों को जागरूक करने की जरूरत है. यूनिसेफ राज्य कार्यक्रम प्रबंधक पटना बिहार शिवेन्द्र पांडेय ने कहा कि परिजनों द्वारा पर्याप्त जानकारी नहीं होने पर गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं की संपूर्ण प्रसव पूर्व जांच और टीकाकरण नहीं कराया जाता है. इससे संबंधित गर्भवती महिला और होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य कमजोर हो जाता है और प्रसव पूर्व या प्रसव के दौरान मातृ या शिशु मृत्यु हो जाती है. इसके लिए जागरूकता जरूरी है. नियमित जांच और पर्याप्त उपचार से प्रसव के बाद मां और नवजात शिशु बिल्कुल स्वास्थ और सुरक्षित रह सकेंगे. इससे पूर्णिया प्रमंडल के सभी जिलों में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में और कमी हो सकेगी और लोग स्वस्थ जीवन का लाभ उठा सकेंगे. कार्यशाला में पूर्णिया प्रमंडल के क्षेत्रीय अपर निर्देशक (स्वास्थ्य) प्रमोद कुमार कनौजिया के साथ यूनिसेफ बिहार के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक शिवेंद्र पांडेय, यूनिसेफ बिहार के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ सिद्धार्थ शंकर रेड्डी, राज्य स्वास्थ्य विभाग के राज्य स्वास्थ्य पदाधिकारी (मातृत्व स्वास्थ्य) डॉ सरिता, आईआईपीएच भुवनेश्वर के एडिशनल प्रोफेसर डॉ अम्बरीष दत्ता, पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पीएचएफआई) के स्वास्थ्य विशेषज्ञ शालिनी बस्सी, यूनिसेफ इंडिया के नेशनल कन्सलटेंट डॉ अमन चुग और पूर्णिया प्रमंडल के आरपीएम कैशर इकबाल, संचालित सभी जिलों के सिविल सर्जन, डीपीएम, डीसीएम, डीपीसी, डीएम एवं ईओ और सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीएचएम, बीसीएम, अस्पताल प्रबंधक और आशा कर्मी उपस्थित थे.फोटो- 11 पूर्णिया 16- कार्यक्रम का उदघाटन करते स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी
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