पूर्णिया. राष्ट्रीय उपभोक्ता अधिकार दिवस के मौके पर जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग द्वारा आयोग कार्यालय में एक गोष्ठी आयोजित की गयी. इसमें जिले के अधिवक्ताओं सहित जिला उपभोक्ता आयोग कर्मियों ने भाग लिया. कार्यक्रम की अध्यक्षता फोरम के सदस्य गौतम कुमार झा ने की. इस मौके पर उपस्थित अधिवक्ताओं व अन्य लोगों ने उपभोक्ताओं के अधिकारों को लेकर विस्तार से सभी के सामने अपनी-अपनी बातें रखी. लोगों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि देश का हर नागरिक अपनी आवश्यकतानुसार उपयोगी वस्तुओं या सेवाओं का खरीदार है और इसके लिए वह उसकी एक कीमत चुकाता है. उसके बदले में उसे मानक वस्तुएं या सेवाएं नहीं मिलती हैं तो ऐसे मामले उपभोक्ता विवाद की श्रेणी में आते हैं और संबंधित व्यक्ति या सेवा प्रदाता के खिलाफ उपभोक्ता जिला उपभोक्ता फोरम में वाद दायर किया सकता है. इसके अंतर्गत विभिन्न उपभोग की वस्तुओं के साथ साथ इनमें दूरभाष, बिजली, इंश्येरेंस, बैंकिंग, चिकित्सा और होटल संबंधी विवादवाले मामले भी शामिल हैं. वहीं हालिया वर्षों में ऑनलाइन शॉपिंग व ई कॉमर्स से जुड़े मामलों को भी इसके दायरे में लाया गया है. लोगों ने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की कि धीरे धीरे ही सही अब लोग इस दिशा में जागरूक हो रहे हैं, जिसका परिणाम है कि उपभोक्ता फोरम में आनेवाले मामलों की संख्या बढ़ रही है. वहीं कुछ वक्ताओं ने सूदूर ग्रामीण इलाकों में भी लोगों के बीच उपभोक्ता जागरूकता अभियान के लगातार चलाए जाने की आवश्यकता पर बल दिया. आखिर में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सदस्य गौतम कुमार झा ने अधिवक्ताओं से अपील करते हुए बार और बेंच से आपसी सहयोग बनाये रखने की अपील की. इसके पूर्व फोरम के सदस्य गौतम कुमार झा ने जिला आयोग कार्यालय कर्मियों के साथ मिलकर प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यह प्रचार रथ अगले एक सप्ताह तक जिले के सभी प्रखंडों में घूम घूम कर सभी लोगों के बीच उपभोक्ता अधिकारों और फोरम के क्रियाकलापों की जानकारी देते हुए उन्हें जागरूक करेगा. इस मौके पर अधिवक्ता वायके. महतो, जेपी. सिंह, अकबर खान, केके. वर्मा, मनोज कुमार, अशोक कुमार, आयोग के कर्मी अखिलेश शैलेश, कुमारी सुमन आदि उपस्थित रहे.
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