लोगों को जागरूक कर खिलायी जा रही फाइलेरिया से सुरक्षा की दवा
खाली पेट दवा का सेवन नहीं करना है.
पूर्णिया. फाइलेरिया बीमारी के खिलाफ जिले में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के तहत अलग-अलग प्रखंडों में स्वास्थ्य कर्मियों को विशेष प्रशिक्षित करते हुए लोगों को दवा खिलायी जा रही है. डॉ आर पी मंडल ने बताया कि लोगों को फाइलेरिया बीमारी होने पहले ही सुरक्षित रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा साल में एक बार फाइलेरिया से सुरक्षा की दवाई खिलाई जाती है. इसके लिए 02 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को डीईसी व एल्बेंडाजोल की गोली तथा 05 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को आइवरमेक्टिन की गोली खिलाई जाती है. डॉ मंडल ने बताया कि फाइलेरिया से सुरक्षा की दवा 02 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को नहीं खिलाया जाता है. खाली पेट या भोजन करने के 02 घंटे बाद दवा नहीं खिलायी जाती है.
फाइलेरिया ग्रसित छोटू लोगों को कर रहा जागरूक
के.नगर प्रखंड के स्थानीय नेटवर्क सदस्य छोटू पासवान ने बताया कि 16 वर्ष की उम्र में एक पैर में सूजन शुरू होने लगी थी. शुरुआत में सामान्य इलाज कराया लेकिन उसका कोई लाभ नहीं हुआ. धीरे धीरे दोनों पैर प्रभावित हो गये और फूलने लगे. सदर अस्पताल में डॉक्टर से जांच के बाद डॉक्टर ने बताया कि मुझे फाइलेरिया हो गया है जिसका कोई इलाज नहीं है. फाइलेरिया होने पर ग्रसित अंग में पानी भर जाता है जिससे फटने से वहां घाव भी होने लगता है. कोई दूसरा व्यक्ति हमारी तरह फाइलेरिया का शिकार नहीं हो सके इसलिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा हमें फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में नेटवर्क सदस्य के रूप में जोड़ा गया है.ध्यान रखने योग्य जानकारी
– खाली पेट दवा का सेवन नहीं करना है.– दवा स्वास्थ्यकर्मियों के सामने ही दवा खाना आवश्यक है.
– अल्बेंडाजोल की गोली चबाकर खाना है.– अपने घरों के आसपास गंदा पानी इकट्ठा नही होने देना चाहिए.
– सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करना चाहिए.फोटो. 1 पूर्णिया 1-लोगों को दवा खिलाते स्वास्थ्य कर्मी
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