– दोपहर में भूखे पेट घर लौट रहे बच्चे प्रतिनिधि, अमौर. अमौर प्रखंड के करीब एक दर्जन प्राइमरी तथा मिडिल स्कूलों में चावल के अभाव में एमडीएम नहीं बन रहा है. इन स्कूलों में एमडीएम नहीं बनने से बच्चे भूख लगने के कारण दोपहर में अपने घर चले जा रहे हैं. इस वजह से दोपहर बाद स्कूलों में बच्चों की संख्या कम हो जा रही है. 15 दिनों से तो कहीं 10 दिनों से विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बंद है. प्रखंड के पीएस रानी टोल सोरहिया, पीएस शाह टोला दुबैली, एमएस पोठिया बरैली, एमएस आमगाछी, मदरसा मनवारे, पीएस अगेचिया राठौर, पीएस नोवागाछी, पीएस हाट बरैली, पीएस कर्मकार टोला ज्ञानडोव, पीएस पोठिया न्यू, पीएस अशरना उत्तर टोला, पीएस रंगमाटी रहटबलिया, मदरसा तनजीमिया बड़ा ईदगाह, मदरसा फैयाजुल मुस्लमिन रहिका टोला बेलका, पीएस केरिया दलमालपुर सहित अन्य विद्यालयों में एमडीएम बंद है. प्रखंड के कुछ स्कूलों में अभी भी थोड़ा बहुत चावल बचा हुआ है, जहां पर एमडीएम बनाने का कार्य अभी चल रहा है. लेकिन वहां भी दो-चार दिनों में चावल उपलब्ध नहीं कराया गया तो एमडीएम बनाने का काम वैसे स्कूलों में भी बंद हो जाएगा. प्रखंड एमडीएम साधन सेवी सुधांशु कुमार ने बताया कि प्रखंड के लगभग 11 विद्यालय में चावल नहीं है जिसके कारण एमडीएम बंद है. आवंटन आ गया है एक से दो दिनों में सभी विद्यालय में चावल उपलब्ध करा दिया जायेगा.
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