पूर्णिया से महज सौ किलोमीटर की दूरी पर अटका पड़ा है माॅनसून
मौसमी सिस्टम सक्रिय होने पर 15 से 20 जून के बीच ले सकता है इंट्री
मौसमी सिस्टम सक्रिय होने पर 15 से 20 जून के बीच ले सकता है इंट्री
गर्मी और उमस से पुरवैया ने दी राहत पर पूरे दिन बना रहा गर्म अहसास
पूर्णिया. भीषण गर्मी से राहत के लिए लोगों को जिस माॅनसून का इंतजार है वह पूर्णिया से महज सौ किलोमीटर की दूरी पर अंटका हुआ है. सड़क मार्ग से यह दूरी दो-सवा दो घंटे में पूरी की जा सकती है जबकि हवा मार्ग से इसकी दूरी महज 56 माइल है. जानकार कहते हैं कि माॅनसून के लिए यह कोई दूरी नहीं है पर जब तक सिस्टम नहीं बनेगा तब तक माॅनसून वहीं पड़ा रहेगा. मौसम विभाग अनुसार, दक्षिण-पश्चिम माॅनसून बीते नौ दिनों से पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर में रूका हुआ है. मौसम विज्ञानियों ने पूर्वानुमान के आधार पर 15 जून से मानसून को आगे बढ़ने की संभावना बतायी है और कहा है कि इस दौरान अगर मौसमी सिस्टम सक्रिय होगा तो 15 जून के पहले मानसून को आगे बढ़ने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार 15 से 20 जून के बीच पूर्णिया होते हुए बिहार में मॉनसून की एंट्री हो सकती है. मौसम विज्ञानियों की मानें तो अब मौसमी सिस्टम के सक्रिय होने की संभावना बन गई है क्योंकि बंगाल की सीमा से सटे डेंगराहा घाट में बीती रात 64 मिमी. तक बारिश हुई है. इस हिसाब से यह माना जा रहा है कि 15 तक यहां मॉनसून सक्रिय हो सकता है.सुबह धूप-छांव के खेल :
इधर, गुरुवार की सुबह धूप-छांव के खेल के साथ हुई. हीट वेव का बहुत असर नहीं रहा. गर्मी और उमस से पुरवैया ने थोड़ी राहत जरुर दी पर गर्म अहसास बना रहा. अलबत्ता गर्मी के उमस के बीच बिजली ने खूब सताया. कहीं पूरी रात बिजली गुल रही तो कहीं दिन भर कटिंग ट्रिपिंग की परेशानी बनी रही. नतीजतन उमस भरी गर्मी के मारे हर कोई बेचैन दिखा. इससे कामकाजी लोगों, छात्रों और खुले में रहने वाले लोगों को फिर मुश्किलें झेलनी पड़ी. वैसे, बीती रात कयामत जैसी रात थी क्योंकि रात्रि में उमस भरी गर्मी के कारण लोगों का बुरा हाल रहा. पंखा और कूलर भी गर्म हवा देते रहे. आलम यह है कि इस गर्मी से राहत पाने को लेकर लोग मानसून के आने का इंतजार कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है