माॅनसून कमजोर, गर्मी से लोग हो रहे परेशान
विलंब से आया मानसून फिर कमजोर पड़ गया है
पूर्णिया. मौसम के बदलते मिजाज के कारण एक बार फिर से गर्मी ने डेरा डाल दिया है. विलंब से आया मानसून फिर कमजोर पड़ गया है जिससे बारिश रुक गई और गर्मी और उमस ने एक बार फिर से लोगों को परेशान कर दिया है.यह विडम्बना है कि आषाढ़ माह में जेठ जैसी गर्मी पड़ रही है. इस गर्मी ने लोगों को व्याकुल कर दिया है. तेज धूप व भारी उमस से शरीर पसीना से तरबतर होने लगा है. मौसम में भी कोई बदलाव नहीं आ रहा है. मौसम विशेषज्ञों की मानें तो अगले 48 घंटे के बाद मौसम के पलटी मारने की संभावना है. इस दौरान बारिश का पूर्वानुमान बताया गया है. मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आगामी 20 जुलाई को बारिश को रफ्तार मिल सकती है. गौरतलब है कि इस बार मानसून देर से आया और आने के बाद ही मानसून पूर्व गतिविधियां शुरू हुईं. आलम यह रहा कि वर्षा की आमद से शहर में कई जगह जलभराव की स्थिति भी हो गई थी, लेकिन अब मौसम ने रुख बदल लिया और बादल भी विदा हो गए . सूरज पूरे दिन ड्यूटी कर रहा है और आषाढ़ में अब धूप की वजह से सड़कों पर धूल उड़ रही है. आषाढ़ के इस माह में दिन निकलने के साथ ही आसमान से आग के गोले बरसने लगते हैं. जेठ की तरह सुबह से तेज धूप आसमान में खिलती है दोपहर एक बजे से ही चिलचिलाती धूप शुरू हो जाती है. ऐसे में बिजली की हालत भी बिगड़ने लगी है. बिजली नहीं रहने से जिधर देखिये उधर ही लोग बेचैनी का सामना करते दिखते हैं. दरअसल, मानसून के कमजोर पड़ने के कारण पिछले तीन दिनों से उमस भरी गर्मी लोगों को सता रही है. मानसून की रफ्तार धीमी होने से तापमान भी बढ़ रहा है और वातावरण में उमस बनी हुई है. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 48 घंटों के बाद निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से मौजूदा मौसम प्रणाली में बदलाव हो सकता है. फोटो-18 पूर्णिया 10- तेज धूप से बचने का प्रयास करती छात्रा.
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