निकाह के बंधन में बंधी पूर्णिया की नौ जोड़ियां
शेख जकरिया फलाहे उम्मत फाउंडेशन ने कराया सामूहिक निकाह
शेख जकरिया फलाहे उम्मत फाउंडेशन ने कराया सामूहिक निकाह निकाह के बाद जरूरत का सामान देकर सभी जोड़ियों को किया रुखसत पूर्णिया. शेख जकरिया फलाहे उम्मत फाउंडेशन द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में नौ मुस्लिम जोड़ियों का मुस्लिम रीति रिवाज से निकाह कराया गया. पूर्णिया में फाउंडेशन का यह 15वां आयोजन है जिसमें सामूहिक निकाह कराया गया. निकाह के बाद फाउंडेशन की तरफ से सभी जोड़ियों को ज़रूरत का समान देकर रुखसत किया गया. पूर्णिया में समाज की यह पहली संस्था है जो गरीब घरों से आने वाली बेटियों का निकाह पूरे रीति-रिवाज के साथ कराती आ रही है. गौरतलब है कि वर्ष 2008 में स्थापित हुए शेख जकरिया फलाहे उम्मत फाउंडेशन ने इन 16 सालों में अब तक पूर्णिया और आस पास के जिलों के कुल 81 जोड़ों का निकाह अपने खर्च पर करवाया है. फाउंडेशन के सदस्य ने बताया कि फाउंडेशन हर वर्ष सामूहिक विवाह आयोजित करता है. इसमें पूर्णिया या आसपास के ऐसे परिवार , जो अपनी बेटी की शादी करने में असहाय महसूस करते हैं, उन्हें शादी के बंधन में बांधने की जिम्मेदारी उठाता है और अपने खर्च पर जरूरतों को पूरा करता है. इसके लिए फाउंडेशन द्वारा ऐसी जोड़ियों को चिह्नित किया जाता है. फिर एक तारीख तय होती है और एक ही निकाह के मंच पर सभी दूल्हे बैठते हैं. निकाह की रस्म अदा कर सबका विवाह सामूहिक रूप से एक साथ कराया जाता है. इतना ही नहीं, बारात में आने वाले मेहमान के लिए बेहतरीन भोज का आयोजन होता है. दुल्हन के निकाह के लिए अलग से कमरे तैयार किए जाते हैं. क़ाज़ी साहब इस निकाह को गवाह और वकीलों की मौजूदगी में संपन्न कराते हैं. निकाह के बाद दुल्हन के साथ जरूरत के समान देकर उन्हें विदा किया जाता है. इन सामानों में पलंग, से लेकर ट्रंक, अलना, कपड़े और जरूरत के अहम सामान दिए जाते हैं. यह सारा खर्च फाउंडेशन खुद से उठाता है. फोटो- 15 पूर्णिया 13- निकाह के बाद लाल साड़ी में बैठी दुल्हन
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