नया साल व नये सवाल पर हुई ऑनलाइन बौद्धिक बहस
गोष्ठी में आए अलग-अलग विचार
सब हिमालयन रिसर्च इन्स्टीट्यूट की गोष्ठी में आए अलग-अलग विचार
पूर्णिया. सब हिमालयन रिसर्च इन्स्टीट्यूट (श्री), पूर्णिया और मासिक पत्रिका सबलोग, दिल्ली द्वारा ‘नया साल और नये सवाल’ पर एक ऑनलाइन गोष्ठी आयोजित की गयी. इस प्रोग्राम में सभापति के रूप में प्रसिद्ध इतिहासकार प्रो. रत्नेश्वर मिश्र और बतौर पैनेलिस्ट प्रख्यात समाज शास्त्री प्रो. आनंद कुमार, साहित्यकार प्रो.सुनीता सृष्टि और जेएनयू के प्राध्यापक प्रो. सुधीर कुमार सुथार मौजूद थे. श्री के सहायक निदेशक डॉ. रमन ने वक्ताओं का परिचय दिया एवं स्वागत किया. पत्रिका के संयुक्त सम्पादक प्रकाश देवकुलिश ने ‘नया साल और नये सवाल’ पर केन्द्रित सबलोग के जनवरी अंक में प्रकाशित लेखों का सार प्रस्तुत किया. जाने-माने राजनीतिक चिन्तक प्रो. मणीन्द्र नाथ ठाकुर ने विषय प्रवेश पर अपनी बातें रखीं. पैनल में मौजूद विद्वानो ने बारी-बारी से अपने विचारों को रखा. इस कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन मे सब हिमालयन रिसर्च इन्स्टीट्यूट के सचिव इं. राजेश चंद्र मिश्र का महत्वपूर्ण योगदान रहा. गोष्ठी में सबलोग के सम्पादक किशन कालजयी, धीरंजन मालवे, आलोक टंडन, सेवाराम त्रिपाठी, अमनदीप, बसंत हेतमसरिया, मृत्युंजय श्रीवास्तव, प्रो. मंजु रानी सिंह, डा रत्नेश सिन्हा, चेतन कश्यप, प्रमोद कुमार झा तथा दुनिया के अन्य हिस्सों के लोगोँ समेत लगभग सौ लेखक,संस्कृतिकर्मी और बुद्धिजीवी शामिल हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है