पीएम मोदी की रैली से और चढ़ेगा पूर्णिया का चुनावी पारा, जानिए क्यों सुर्खियों में है सीमांचल की ये सीट..
पीएम नरेंद्र मोदी की रैली से पूर्णिया का सियासी पारा अब और गरमाएगा. जानिए क्यों खास है इसबार ये सीट..
पीएम नरेंद्र मोदी मंगलवार को लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार के सिलसिले में बिहार आ रहे हैं. गया और पूर्णिया में प्रधानमंत्री रैली को संबोधित करेंगे. पीएम के पूर्णिया आगमन से कोसी-सीमांचल की राजनीति गरमाने वाली है. पूर्णिया में जनसभा को संबोधित करके पीएम मोदी एकसाथ कई संसदीय सीटों पर निशाना साधेंगे. खासकर पूर्णिया में पीएम के आगमन को लेकर चुनावी पारा चढ़ा हुआ है. पूर्णिया इस बार हॉट सीट बना हुआ है. एनडीए की ओर से यहां जदयू के प्रत्याशी उतरे हैं तो वहीं राजद की प्रत्याशी बीमा भारती के अलावा पप्पू यादव भी चुनावी मैदान में इस बार उतरे हैं.
हॉट सीट बना हुआ है पूर्णिया
लोकसभा चुनाव 2024 में पूर्णिया संसदीय सीट सुर्खियों में बना हुआ है. दरअसल, इस सीट पर उम्मीदवार उतारने को लेकर महागठबंधन में काफी विवाद छाया रहा. जाप पार्टी का कांग्रेस में विलय कराकर पप्पू यादव इस उम्मीद में थे कि पूर्णिया सीट कांग्रेस के खाते में आएगी और वो उम्मीदवार बनेंगे. लेकिन राजद ने इस सीट को अपने पास रखा और जदयू की बागी विधायक बीमा भारती को टिकट थमा दिया. जिसके बाद पप्पू यादव ने भी इस सीट पर ताल ठोका और कांग्रेस से अलग होकर मैदान में उतर गए हैं. पप्पू यादव को लेकर इस सीट का मुकाबला अब और दिलचस्प हो चुका है.
10 साल में तीसरी बार पूर्णिया आ रहे नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को पूर्णिया के रंगभूमि मैदान से विपक्षी दलों पर निशाना साधेंगे. उनकी हुंकार से सीमांचल समेत पूरे बिहार का चुनावी माहौल गरमाएगा. बता दें कि सीमांचल की चार में से तीन सीटों पर 26 अप्रैल को दूसरे चरण में वोटिंग होगी. जदयू के प्रत्याशी इन तीन सीटों पर मैदान में उतरे हैं. पीएम मोदी पिछले दस सालों में तीसरी बार पूर्णिया आ रहे हैं. 10 मार्च 2014 को इसी मैदान से पीएम मोदी ने हुंकार रैली को संबोधित किया था. तब वो पहली बार प्रधानमंत्री फेस बनाए गए थे. इसके बाद 2 नवंबर 2015 को परिवर्तन रैली के दौरान पीएम मोदी पूर्णिया आए थे.
पीएम मोदी साधेंगे निशाना..
पीएम मोदी की यह रैली लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर बेहद अहम है. सीमांचल की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को देखा जाए तो यह रैली बेहद खास है. राजनीतिक मामलों के जानकार बताते हैं कि पीएम मोदी अपने संबोधन के जरिए लालू परिवार के सदस्यों की ओर से हो रहे प्रहार का जवाब दे सकते हैं. मीसा भारती का वो बयान जिसमें प्रधानमंत्री को जेल भेजने की बात कही गयी हो या फिर राजद सुप्रीमो लालू यादव का संविधान बदलने की कोशिश के आरोप वाले बयान पर पीएम पलटवार कर सकते हैं. वहीं तेजस्वी यादव के मछली खाने वाले वीडियो से जुड़े विवाद को भी पीएम अपने संबोधन से छू सकते हैं.