Bihar News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 26 फरवरी सोमवार के दिन पूर्णिया को रेल क्षेत्र में एक नया तोहफा देने वाले हैं. लंबे अर्से के बाद मिलने वाले इस तोहफा से एक बड़ी समस्या का समाधान होगा और ट्रेन दुर्घटनाओं में कमी भी आयेगी. दरअसल, प्रधानमंत्री अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत शहर के बेलौरी रेल गुमटी पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रोड ओवर ब्रिज का शिलान्यास करेंगे. रेलवे के आधिकारिक सूत्रों की मानें तो यह परियोजना 44.86 करोड़ की होगी.
तैयारी में जुटा रेल प्रशासन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम तय होते ही रेल प्रशासन तैयारियों को मूर्त रूप देने में जुट गया है. रेलवे अधिकारियों का दौरा भी प्रारंभ हो गया है. इस बीच कटिहार रेल मंडल के अधिकारियों ने चिह्नित स्थल का दौरा कर मौजूदा स्थिति का जायजा लिया है. समझा जाता है कि शिलान्यास के बाद बहुत जल्द काम शुरू कर दिया जायेगा.
कटिहार-जोगबनी रेलखंड बनेगा रोड ओवरब्रिज
गौरतलब है कि पूर्णिया से कटिहार जिले के सुनौली जाने वाले सड़क मार्ग पर बेलौरी के समीप कटिहार-जोगबनी रेलखंड पर यह गुमटी अवस्थित है जहां रोड ओवरब्रिज बनना है. गुमटी के एक तरफ बेलौरी का चौक और बाजार है तो दूसरी तरफ बड़ी आबादी बसी हुई है. पूर्णिया से सुनौली और जिले के ग्रामीण इलाकों में जाने वाली गाड़ियां इसी मार्ग से गुजरती हैं. ट्रेन टाइम पर गुमटी का फाटक बंद कर दिया जाता है जिससे दोनों तरफ सैकड़ों छोटे-बड़े वाहनों को ट्रेन के गुजरने का इंतजार करना पड़ता है. इस बीच लंबा जाम भी लग जाता है जिससे स्थानीय लोग मुश्किल में पड़ जाते हैं.
दशकों पुरानी है ओवरब्रिज बनाये जाने की मांग
इस रेल गुमटी पर ओवरब्रिज बनाये जाने की मांग पिछले कई दशकों से होती रही है पर इस दिशा में पहले कोई पहल नहीं हो सकी. इस बार जब अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत इस गुमटी पर ओवरब्रिज निर्माण की खबरें आ रही हैं तो स्थानीय लोगों ने खुशी का इजहार किया है.
शीतला पूजा के दौरान रहती है आशंका
माता शीतला का मंदिर कटिहार जोगबनी रेल खंड पर बेलौरी रेल गुमटी से सटकर अवस्थित है. जहां मार्च माह में पूजनोत्सव के दौरान बिहार और बंगाल के भक्तों की पूरी भीड़ उमड़ती है. विडंबना यह भी है कि मंदिर से सटकर ही रेल की पटरी भी निकलती है. इस रेलवे मार्ग से कई एक्सप्रेस ट्रेन की आवाजाही होती है पर रेलवे प्रशासन द्वारा सुरक्षा का कोई प्रबंध नहीं हो पाता है. इस दौरान सिर्फ कुछ आरपीएफ के जवान रेलवे गुमटी पर तैनात होकर ट्रैन क्रॉस करने के समय लोगों को रोकते हैं.
शीतला पूजा मेला के दौरान मंदिर के समीप से जब भी ट्रेन गुजरती है लोगों में भय बना रहता कि कहीं कोई अप्रिय घटना न घट जाय. कभी-कभी कोई हादसा हो भी जाता है जबकि रेलवे पटरी के बगल से बैरिकेडिंग बना दिया जाता है पर इस पर भीड़ रुकती नहीं है. नतीजतन दुर्घटना की आशंका हमेशा बनी रहती है. शीतला पूजा समिति के रीतेन सरकार का कहना है कि गुमटी पर ओवरब्रिज बन जाने के बाद बहुत बड़ा टेंशन खत्म हो जाएगा जबकि आम लोगों की सुरक्षा भी संभव हो सकेगी.