भोज के केंद्र में होगा आसन्न विस चुनाव, शुरू होगा सियासी समीकरण का दौर
चार दिनों के भोज दौर में पार्टी वर्करों के साथ प्रमुख लोगों को जोड़ने की होगी कवायद
पूर्णिया. मकर संक्रांति भले ही हिन्दू समाज का पारंपरिक पर्व है पर राजनीतिक महकमे में नेताओं का दही-चूड़ा भोज खास मायने रखता है. अगर चुनाव करीब है तो यही वह अवसर है जब दही-चूड़ा के सामुहिक भोज के बहाने नेता अपने नये समीकरण, गठबंधन की मजबूती या फिर कोई नया सियासी पैगाम जनता तक पहुंचाने की कोशिश करते हैं. यह चुनावी वर्ष है. इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होना है.इस लिहाज से यह माना जा रहा है कि रविवार से शुरू होने वाले दही-चूड़ा के भोज के साथ न केवल ‘सियासी खिचड़ी’ पकेगी बल्कि चुनाव की तैयारियों का शंखनाद भी किया जाएगा. गौरतलब है कि मकर संक्रांति का पर्व इस साल 14 जनवरी को है पर दही-चूड़ा का राजनीतिक भोज 12 जनवरी रविवार से ही शुरू हो रहा है. इस साल कुछ ही महीनों के अंदर विधानसभा चुनाव होना तय है. वैसे, मकर संक्रांति का यह भोज भले ही सामाजिक पहलुओं से हो रहा हो पर यह तय माना जा रहा है कि होने वाले इस भोज में विधानसभा चुनाव केंद्र में रहेगा. भोज के दौरान न केवल पार्टी के कार्यकर्ताओं को ‘बुस्टअप’ किया जाएगा बल्कि राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माने जाने वाले शहर के गणमान्य लोगों को जोड़ने के कवायद की जाएगी. पिछले कुछ सालों से पूर्णिया की यह सियासी परम्परा सुर्खियों में रही है. मकर संक्रांति पर 12 से 15 जनवरी के बीच चार दिनों में कुल आठ राजनीतिक दरबारों में दही-चूड़ा के भोज का आयोजन हो रहा है. कोशिश यह की जा रही है कि हर भोज में पूरा जिला नहीं तो कम से कम हर विधानसभा क्षेत्र के लोग पहुंचें.पप्पू यादव 13 जनवरी को करेंगे दही-चूड़ा भोज
जानकारी के अनुसार दही-चूड़ा भोज की शुरुआत पूर्णिया की डिप्टी मेयर पल्लवी गुप्ता रविवार 12 जनवरी से शुरू कर रही हैं. भोज में दही-चूड़ा और तिलकुट के साथ पारम्परिक खिचड़ी को भी शामिल किया गया है. दूसरे दिन 13 जनवरी सोमवार को पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की ओर से दलित-आदिवासी समाज के बीच झीलटोला मैदान में इस भोज का आयोजन किया जा रहा है. इस भोज में पूरे संसदीय क्षेत्र के लोग जुटने वाले हैं. सांसद श्री यादव के इस आयोजन में बेहिसाब भीड़ जुटती है.मंत्री लेशी सिंह के घर 14 को होगा भोज
मकर संक्रांति के असली दिन यानी 14 जनवरी मंगलवार को बिहार सरकार की खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह के निज निवास पर भोज का आयोजन किया है. यहां भी हर साल की तरह न केवल धमदाहा विधानसभा क्षेत्र बल्कि पूर्णिया और आस पास के नागरिक, नेता और कार्यकर्ता जुटेंगे. इसी दिन पूर्णिया के भाजपा विधायक विजय खेमका की ओर से कला भवन परिसर में चूड़ा-दही का भोज आयोजित हो रहा है. इसी दिन पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा की ओर से रामबाग स्थित निज निवास पर दही-चूड़ा का भोज आयोजित होगा. 14 जनवरी को ही भवानीपुर में रूपौली के विधायक शंकर सिंह अपने क्षेत्र के लोगों के साथ भोज कर रहे हैं.15 जनवरी को महापौर समेत चार जगह आखिरी भोज
चौथे और अंतिम दिन 15 जनवरी को पूर्व सांसद उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह के निज आवास पर दही-भोज का आयोजन किया गया है. इसी दिन पूर्णिया की महापौर विभा कुमारी की ओर से निज निवास पर और भाजपा नेता पंकज कुमार पटेल- नूतन गुप्ता मधुबनी शांतिनगर में इस भोज का आयोजन कर रहे हैं. इस भीड़ में शहर के जाने माने सर्जन डा. संजीव कुमार की ओर से अपने सहयोग नर्सिंग होम में समरसता भोज का आयोजन किया जा रहा है. राजनीतिक प्रेक्षकों की नजरों में मकर संक्रांति के अवसर पर दही-चूड़ा भोज महज रस्मअदायगी नहीं होती, बल्कि इसी भोज में सियासत के दांव तय होते हैं. प्रेक्षकों की मानें तो सियासी महकमे के इस भोज से अलग-अलग मैसेज जाते हैं जिसमें कुछ सामने दिखता है तो कुछ इशारों हीे इशारों में तय होता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है