पूर्णिया. 9 अगस्त को पश्चिम बंगाल के सबसे बड़े अस्पताल आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक जूनियर डॉक्टर की हत्या और रेप की घटना से जहां लोगों के मन में ममता सरकार को लेकर रोष है वहीं राष्ट्रपति के बयान ने वहां की महिलाओं की व्यथा को भी बयां किया है. राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने बुधवार को कहा कि वे बंगाल की घटना से डरी हुई हैं और उन्हें निराशा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि समाज को ऐसी घटनाओं को भूलने की खराब आदत है. राष्ट्रपति का यह कहना कि कोई भी सभ्य समाज अपनी बेटियों और बहनों पर इस तरह की अत्याचारों की इजाजत नहीं दे सकता. देश की प्रथम महिला का यह बयान बंगाल में महिलाओं की स्थिति और ममता सरकार की नाकामी बताने के लिए काफी है. उक्त बातें भाजपा नेता और सर्जन डॉ अनिल कुमार गुप्ता ने कोलकता रेप और मर्डर केस के मामले में बुलाए गये बीजेपी के बंद के समर्थन में कही. उन्होंने कहा कि कोलकता में जो हो रहा है उसे पूरा देश देख और समझ रहा है. वहां अराजक स्थिति बनी हुई है. अब जब ममता बनर्जी पर दबाव बढ़ता जा रहा है तो वे विधानसभा का सत्र बुलाकर दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने वालों को फांसी की सजा देने के लिए 10 दिनों में विधोयक पास करने की बात कह रही हैं. जबकि पूरे मामले में क्या हो रहा है ये वे बाहर आने नहीं देना चाह रही. जबकि कोलकाता की घटना से देश के आम मानव की भावनाएं जुड़ी हुई हैं. ऐसे में पूरे मामले में दोषियों के खिलाफ क्या हो रहा और जांच कहां तक पहुंची यह देशवासियों को जानने का हक है. मगर बंगाल सरकार इस पूरी जांच प्रक्रिया को लोगों के बीच नहीं आने देना चाहती हैं. डॉ. गुप्ता ने अंत में कहा वे न्याय के लिए बुलाए गए भाजपा के बंद का समर्थन करते हैं, और उनकी पार्टी कोलकाता की बेटी को न्याय दिला कर रहेगी. फोटो -29 पूर्णिया 12- डॉ एके गुप्ता.
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