प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने बैठक में उठाए मुद्दे, शीघ्र निदान की मांग

शीघ्र निदान की मांग

By Prabhat Khabar News Desk | July 19, 2024 6:05 PM

पूर्णिया. प्राथमिक शिक्षा निदेशक पटना के साथ एनआइसी पूर्णिया में वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग माध्यम से विभागीय अधिकारी के साथ हुई बैठक में प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से कई अहम मुद्दे उठाए गये. यह सवाल उठाया गया कि विभागीय उदासीनता के कारण खराब हो रहे बच्चों के भविष्य की जवाबदेही आखिर किसकी होगी. एसोसिएशन की ओर से तमाम परेशानी और समस्याओं के शीघ्र निदान की मांग मुखर रुप से रखी गई. वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिये होने वाली इस बैठक में जिला शिक्षा परियोजना से एसीपी मो सैफ़ुल तथा प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के ज़िला अध्यक्ष सह प्रदेश उपाध्यक्ष डा अजय सिन्हा द्वारा अधिकृत ज़िला सचिव निकेश गिलगाल एवं संरक्षक उदय शंकर प्रसाद भाग ले रहे थे. बैठक में एसोसिएशन की ओर से सबसे पहले ज्ञानदीप पोर्टल की खराबी का मुद्दा रखा गया और बताया गया कि ज्ञानदीप पोर्टल सही ढंग से काम नहीं कर रहा है. नतीजतन प्रशासनिक प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं. एसोसिएशन ने दूसरा मुद्दा जन्म तिथि सेटअप का उठाया और ज्ञान पोर्टल में दिए गये पात्र आयु के दिशा-निर्देशों का हवाला देते हुए कहा गया कि इसमें 1 अप्रैल 2016 से 31 मार्च 2018 के बीच जन्मे छात्र को ही पात्र माना गया है. मगर, आवेदन करने वाले कई बच्चे पहले से ही कक्षा तीन में पढ़ रहे थे. यदि वे आरटीई प्रवेश के साथ जाते हैं, तो उन्हें कक्षा एक में आना पड़ेगा, जिससे उनकी दो साल की पढ़ाई व्यर्थ हो जाएगी. एसोसिएशन ने सरकार से आयु सीमा के लिए उचित मापदंड तैयार करने का अनुरोध किया.

2019-20 से लंबित है आईडी और पासवर्ड

विभागीय अधिकारी के साथ हुई इस बैठक में प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से तीसरे मुद्दे के रुप में आईडी और पासवर्ड की कमी की बात उठायी गई. कई स्कूलों को उनके आईडी और पासवर्ड नहीं मिले हैं, जिससे स्कूलों की ओर से छात्र अनुमोदन प्रक्रियाओं में 50 फीसदी बकाया स्थिति बन गई है. इसी क्रम में आरटीई फंड की गैर-प्रतिपूर्ति का सवाल उठाते हुए कहा गया कि आरटीई फंड की प्रतिपूर्ति में देरी हो रही है जो 2019-20 शैक्षणिक सत्र से नहीं दी गई है जबकि यह काफी महत्वपूर्ण है कि. कहा गया कि कई स्कूल आर्थिक रूप से स्थिर नहीं हैं और उन्होंने आरटीई छात्रों पर लाखों रुपये निवेश किए हैं. मगर, अब वे सरकार के सामने भीख मांगने की स्थिति में हैं. एसोसिएशन ने स्पष्ट किया कि वे सहायता नहीं बल्कि निवेश किए गये पैसे मांग रहे हैं. एसोसिएशन की ओर से इन समस्याओं के शीघ्र निराकरण की मांग की गई.

फोटो- 19 पूर्णिया 1- बैठक में उपस्थित प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के पदाधिकारी.

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