यूएमआइएस की गड़बड़ी में पूरी तरह उलझ गया है पूर्णिया विवि

नया शैक्षणिक सत्र शुरू पर स्नातक आर्ट्स के नामांकन में अनावश्यक देरी

By Prabhat Khabar Print | July 2, 2024 12:34 AM

पूर्णिया. यूएमआइएस की गड़बड़ी में पूर्णिया विवि पूरी तरह से उलझ कर रह गया है. आलम यह है कि नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने के बाद भी स्नातक प्रथम सेमेस्टर आर्ट्स संकाय में नामांकन में अनावश्यक देरी की जा रही है. इस संबंध में पूर्णिया विवि के डीन छात्र कल्याण प्रो मरगूब आलम ने स्वीकार किया है कि नामांकन में देरी की मूल वजह यूएमआइएस एजेंसी की लापरवाही है. डीन छात्र कल्याण प्रो मरगूब आलम ने बताया कि इसी हफ्ते यूजी आर्ट्स की पहली मेरिट लिस्ट घोषित करने का निर्देश यूएमआइएस एजेंसी को दिया गया है.

ऑनलाइन आवेदनों के डेटा गायब

नामांकन में देरी के बीच ऑनलाइन आवेदनों के डेटा मिसिंग होने की बात भी सामने आयी है. इससे भी यूजी आर्ट्स की मेरिट लिस्ट तैयार करने में विवि फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रहा है. इस संबंध में पूर्णिया विवि के डीन छात्र कल्याण प्रो मरगूब आलम ने बताया कि यूएमआइएस के स्तर से कुछ ऑनलाइन आवेदनों के डेटा अनुपलब्ध रहने की जानकारी दी गयी है. यूएमआइएस एजेंसी को कहा गया है कि डेटा रिस्टोर करने के लिए सभी वैकल्पिक उपाय किये जायें.

सांइस-कॉमर्स में नामांकन शुरू करा लिया सेफ साइड

ऑनलाइन आवेदनों के डेटा मिसिंग होने से विवि प्रशासन भीतर ही भीतर परेशान है. बीच का रास्ता निकालते हुए स्नातक प्रथम सेमेस्टर साइंस और कॉमर्स में पहली मेरिट लिस्ट के आधार पर नामांकन शुरू कर दिया गया है. चूंकि दोनों संकाय में रिक्त सीटों के मुकाबले कम आवेदन आये हैं, इसलिए अगर डेटा मिसिंग का कोई आवेदन क्लेम भी करेगा तो उसका समायोजन आसानी से किया जा सकेगा.

कंप्यूटर जनरेटेड कॉल व मैसेज

जानकारी के अनुसार, जिन ऑनलाइन आवेदनों के डेटा मिसिंग हैं, उन्हें यूएमआइएस के स्तर से कंप्यूटर जनरेटेड कॉल व मैसेज किया जा रहा है. उन्हें कहा जा रहा है कि अगर वे नामांकन के इच्छुक हैं, तो दोबारा से अपने बारे में सारी आवश्यक जानकारियां ऑनलाइन उपलब्ध करा दें.

यूएमआइएस एजेंसी पर प्राथमिकी की उठी मांग

इधर, ऑनलाइन अप्लाई में डेटा मीसिंग रहने पर छात्र नेता भी धीरे-धीरे मुखर हो रहे हैं. छात्र नेता सौरभ कुमार ने विवि प्रशासन से मांग की है कि वह यूएमआइएस एजेंसी पर डेटा गायब करने की प्राथमिकी दर्ज कराये. छात्र नेता सौरभ कुमार ने आरोप लगाया है कि सीबीएस सिस्टम के तहत बीए, बीएससी एवं बीकॉम सत्र 2024-2028 के प्रथम सेमेस्टर में नामांकन के लिए ऑनलाइन अप्लाई करनेवाले 7500 छात्र- छात्राओं के डेटा को यूएमआइएस ने डिलीट कर दिया है.

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