मौसम को लेकर रहें सजग, चक्रवातीय तूफान के दायरे में आ सकता है पूर्णिया
बंगाल की खाड़ी से उठने वाले साइक्लॉन के 26 की रात पश्चिम बंगाल आने की संभावना
बंगाल की खाड़ी से उठने वाले साइक्लॉन के 26 की रात पश्चिम बंगाल आने की संभावना
पूर्णिया में 26 से 31 मई के बीच तेज हवा के साथ हो सकती है बारिश
मौसम के तेवर में अचानक बदलाव के कारण भीषण गर्मी का कहर झेलते रहे शहरवासी
पूर्णिया. अभी लोग भीषण गर्मी और गर्म पछुआ हवा के झोंकों से झुलस रहे हैं पर मौसम को लेकर सजग और चौकस रहने की जरुरत है क्योंकि मौसम का मिजाज बहुत जल्द बदलने वाला है. मौसम विशेषज्ञों की मानें तो 26 मई की मध्यरात्रि बंगाल की खाड़ी से उठने वाला चक्रवातीय तूफान बांग्लादेश की सीमा को पार कर पश्चिम बंगाल को छू सकता है और बंगाल की सीमा करीब होने के कारण इस चक्रवातीय तूफान का असर कमोबेश पूर्णिया पर भी हो सकता है. चक्रवातीय तूफान का असर पूर्णिया में 26 की रात से 31 मई के बीच तेज हवा के साथ बारिश होने की संभावनाा है. इस दौरान आसमान में बादल छाये रहेंगे और वज्रपात की भी संभावना बनी हुई है. इस दौरान तेज हवा और बारिश की संभावना मौसम विभाग ने बतायी है. आईएमडी के मुताबिक चूंकि यह चक्रवातीय तूफान बहुत मजबूत नहीं है इसलिए इससे बहुत नुकसान की संभावना नहीं है. आईएमडी की मानें तो आगामी 28 मई से हवा का रुख बदलेगा. इस दौरान पछुआ हवा चलेगी जिससे तापमान में दो से तीन डिग्री की बढ़ोत्तरी होगी. इधर, शनिवार को मौसम शुष्क रहा और भीषण गर्मी से लोग बेहाल व परेशान रहे.मौसम में अचानक आये बदलाव :
दरअसल, दो दिनों से मौसम के तेवर में अचानक आए बदलाव के कारण लोग भीषण गर्मी से परेशान हैं. हालांकि इस महीने के शुरुआती हफ्ते में मौसम का मिला-जुला मिजाज था. इस बीच बारिश भी हुई जिससे लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली पर पिछले दो दिनों से आसमान बारिश की बजाय आग उगल रहा है. शनिवार को पूर्णिया में मौसम का अधिकतम तापमान 39.5 एवं न्यूनतम तापमान 28.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया. इस बीच शनिवार की सुबह ही सूरज के तल्ख तेवर के साथ हुई. आठ बजते-बजते आसमान से आग बरसने लगा. दस बजे के आसपास तापमान 38 डिग्री सेल्सियस पर था जबकि दोपहर होते-होते तापमान की रीयल फीलिंग 42 डिग्री के करीब हुई. इस बीच शहरवासी गर्म हवा के थपेड़ों से बेचैन और बेहाल रहे. अचानक बढ़ी भीषण गर्मी का पारा चढ़ जाने से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त होकर रह गया है. मौसम का पारा 40 के पार हो जाने से शनिवार की दोपहर अपेक्षाकृत काफी तीखी हो गई.दोपहर में घर लौटना मुश्किल :
मौसम विशेषज्ञों की मानें तो पूर्णिया में तापमान का आंकड़ा पूर्वानुमान से ज्यादा है. शनिवार को तापमान का तेवर इस कदर देखा गया कि शहर में पैदल चलना मुश्किल था. शुक्रवार को भी वही हाल था. हालांकि स्कूल मॉर्निंग कर दिया गया है जिससे बच्चों को थोड़ी राहत जरूर हुई है मगर दोपहर में घर लौटना बढ़ा मुश्किल हो गया है. सुबह के आठ बजे तक तापमान इतनी बढ़ गई कि लोग या तो घरों से बाहर नहीं निकले अथवा छाते के सहारे ही काम पर गये. भीषण गर्मी, बढ़ते तापमान और कड़ी धूप के कारण आम आदमी के साथ-साथ मवेशियों की भी परेशानी बढ़ गयी है. ग्रामीण इलाके में मकई समेत अन्य फसलें झुलसने लगी हैं. किसान परेशान हो उठे हैं और आन-फानन में पटवन करने लगे हैं. गर्मी के बढ़े तेवर से न सिर्फ फसलों पर बुरा प्रभाव पड़ा है बल्कि किसान व पशुपालक भी परेशान होकर रह गये हैं. पालतू पशुओं पर भी बुरा असर पड़ रहा है.फोटो. 25 पूर्णिया 15- धूप से बचने का प्रयास करती महिला
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