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पूर्णिया में वायरस के डर से लोगों ने जिस परिवार से बनायी दूरी, सांसद पप्पू यादव ने उनके घर जाकर किया भोजन

पूर्णिया में जिस वायरस के डर से लोगों ने उस परिवार से दूरी बना ली जिनके यहां तीन लोगों की मौत हुई. सांसद पप्पू यादव ने उस परिवार के यहां भोजन किया.

पूर्णिया जिले में एक रहस्यमयी बीमारी दहशत का विषय पिछले कुछ दिनों से बनी हुई है. इस बीमारी की चपेट में आकर एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीमारी से पीड़ित एक संदिग्ध महिला के गर्भ में ही बच्चे की भी जान जा चुकी है. गांव के ही कई लोगों के जांच सैंपल लैब में भेजे गए हैं. भागलपुर में भर्ती इस रोग के एक संदिग्ध मरीज को रेफर किया गया. वहीं पूर्णिया के जिस परिवार के तीन लोगों की मौत हुई है उसके परिजनों से लोग दूरी बनाने लगे हैं. जिसके बाद सांसद पप्पू यादव ने उस परिवार के लोगों से मुलाकात की और उनके साथ बैठकर भोजन किया. लोगों को संदेश दिया गया.

वेसिकुलर वायरल के संदिग्ध मरीज को रेफर किया गया

भागलपुर के मायागंज अस्पताल में भर्ती वेसिकुलर वायरल के संदिग्ध मरीज को हंगामे के बाद यहां से रेफर कर दिया गया. मरीज को रेफर करने की मांग को लेकर मरीज के परिजनों ने हंगामा किया था. मरीज पूर्णिया मेडिकल कॉलेज से रेफर होकर 26 जुलाई को जवाहर लाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती हुआ था. मरीज के यहां से चले जाने के बाद यह रहस्य भी चला गया कि उसे चांदीपुरा वेसिकुलावायरस था या फिर इंसेफेलाइटिस या मेनिनजाइटिस. अगर वह यहां रहता तो उसकी बीमारी की जांच के लिए सैंपल एनआईवी पुणे भेज दिया जाता.

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गंभीर रूप से बीमार पड़ा तो पूर्णिया से भागलपुर भेजा था

मालूम हो कि पूर्णिया जिले के बड़हरा कोठी निवासी 60 वर्षीय रामजी दास को 24 जुलाई को तेज बुखार व लगातार सर दर्द की शिकायत थी. अगले दिन वह अचानक बेहोश हो गया तो परिजन उसे लेकर जीएमसीएच (राजकीय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) पूर्णिया में भर्ती कराया. जहां उसकी गंभीरता को देखते हुए डॉक्टरों ने 26 जुलाई को मायागंज अस्पताल भागलपुर के लिए रेफर कर दिया था. मायागंज अस्पताल में 26 जुलाई को डॉ. ओबेद अली के यूनिट में उसे भर्ती कर उसे वेंटिलेटर पर रखकर लगातार इलाज किया जा रहा था, लेकिन तबीयत में सुधार नहीं हो रही थी.
इधर, मायागंज अस्पताल के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. ओबेद अली ने बताया कि रविवार को मरीज के परिजन रेफर को लेकर हंगामा करने लगे. समझाने पर परिजन नहीं माने तो मरीज को रविवार को रेफर कर दिया गया.

जिस परिवार के लोगों की मौत हुई, लोगों ने बनायी उस परिवार से दूरी

इधर, सांसद पप्पू यादव ने पूर्णिया पूर्व प्रखंड के रामपुर पंचायत के बेलवा मुसहरी गांव का दौरा किया और उन लोगों से मुलाकात की, जिनके परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई थी. वहां उन्होंने भोजन भी किया और यह संदेश दिया कि उस परिवार के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाये. गांव के लोगों ने मौत का कारण वायरस बताकर उस परिवार से दूरी बना ली थी, जबकि मौत की परिस्थिति और नेचर में कोई समानता नहीं थी. इस वजह से उन लोगों को टोटो तक में बैठने नहीं दिया जाता था.

सांसद पप्पू यादव ने उस परिवार के घर जाकर किया भोजन

लोगों में वायरस को लेकर भ्रांतियां थीं, जिन्हें दूर करने के लिए सांसद पप्पू यादव ने अपने साथियों के साथ उस परिवार के घर में भोजन किया. सांसद पप्पू यादव ने कहा, कि सभ्य समाज की पहचान मानवता और इंसानियत से है, न कि छुआछूत. जात-पात और इस तरह का भेदभाव समाज की तारतम्यता को कमजोर करता है और वैमनस्यता बढ़ाता है, यह नहीं होना चाहिए. विपत्ति में लोगों की उपेक्षा नहीं की जानी चाहिए. सांसद पप्पू यादव ने मृतकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और मृतक परिजनों आर्थिक मदद भी दी. उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए साथ ही, उन्होंने जिला प्रशासन से इस मामले में जांच करने की अपील भी की.

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