Purnia news : सर्वे का समय करीब आते ही नगर निगम ने स्वच्छता रैंकिग में अव्वल आने के लिए अपनी कवायद तेज कर दी है. इसके लिए एक तरफ जहां शहर को स्वच्छ रखने के अलग-अलग प्रयास किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ संसाधन बढ़ाये और जुटाये जा रहे हैं. इस नजरिये से डोर-टू-डोर कचरा उठाव अभियान को गति दी जा रही है. ठोस अपशिष्ट व सेनेटरी के निष्पादन की पहल भी की जा रही है. हालांकि इसमें कई कार्य पहले से किये जा रहे हैं, पर अब इन कार्यों को अभियान का रूप दिया जा रहा है. समझा जाता है कि अगर सब ठीक रहा, तो इस साल स्वच्छता रैंकिंग में पूर्णिया को सम्मानजनक जगह मिल सकती है. मेयर ने भी शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए सबसे पहले डोर-टू-डोर कचरा उठाव की मुहिम में तेजी लाने का दिशा निर्देश दिया है.
पिछले साल के सर्वे रिजल्ट से सबक
दरअसल यह कवायद स्वच्छता सर्वेक्षण-2024 को लेकर हो रही है. पिछले साल के सर्वे रिजल्ट से सबक लेते हुए नगर निगम ने पहले से तैयारी शुरू कर दी है. यही वजह है कि डोर-टू-डोर कचरा संग्रह वाहन की संख्या बढ़ायी गयी है, ताकि हर घर से कचरा का उठाव सुनिश्चित किया जा सके. इस नजरिये से डोर-टू-डोर कचरा उठाव के लिए 23 नये वाहन खरीदे गये हैं. निगम के पास पहले से डोर-टू-डोर कचरा उठाव के लिए पहले से 23 वाहन हैं. अब निगम के पास डोर-टू-डोर कचरा उठाव के लिए कुल वाहनों की संख्या 46 हो गयी है. उपलब्ध जानकारी के मुताबिक निगम के 46 वार्डों में अब एक-एक वाहन डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के लिए प्रतिदिन सुबह जाएंगे. शहर के गली-मुहल्लों के घरों से गीला व सूखा कचरा अलग-अलग कलेक्ट किया जाएगा. इन वाहनों में गीला व सूखा कचरा अलग-अलग जमा करने के लिए अलग-अलग बॉक्स बने हुए हैं. इसके अलावा ठोस अपशिष्ट व सेनेटरी के लिए वाहन के पीछे बॉक्स बना हुआ है. अगले दो-तीन दिनों के अंदर इसकी शुरुआत हो जाएगी. स्वच्छता को लेकर जगह-जगह दीवाल पेंटिंग के जरिये लोगों को जागरूक किया जा रहा है.
गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल…
नगर निगम की ओर से 46 वार्डों में छोटे वाहनों से कचरा उठाने का कार्य किया जा रहा है. निगम के कचरा उठानेवाले वाहनों पर एक छोटा स्पीकर लगाया जाएगा, जिसमें यह गाना बजेगा कि गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल. इसके लिए विभाग द्वारा इस पर कार्य पहले से शुरू है, लेकिन अब नये 23 वाहनों पर भी एक-एक छोटा स्पीकर लग रहा है. गाने की आवाज सुनते ही शहरवासी अपने घर से कचरा लेकर वाहन तक पहुंच जाएंगे. इसके बाद लोग सूखा व गीला कचरा वाहन में रखेंगे. इस व्यवस्था से वार्ड के लोगों द्वारा नगर निगम को फीडबैक मिलेगा. इतना ही नहीं वाहन पर लगे स्पीकर से निगम द्वारा शहर की साफ-सफाई को लेकर लोगों को जागरूक भी किया जायेगा.
एक ट्रैक्टर व चार ठेले से कचरा उठाव
शहर के हर वार्ड में डोर-टू-डोर कचरा उठाव के लिए एक-एक वाहन के अलावा एक ट्रैक्टर व चार ठेले से कचरा उठाव हो रहा है. इसके अलावा जंगल काटने और नाला साफ-सफाई के लिए अलग से टीम कार्य कर रही है. मगर विडंबना है कि इसमें भी नियमितता नहीं है. निगम के पार्षद खुद भी मानते हैं कि सभी वार्डों के सभी मुहल्लों से कचरा का उठाव नियमित किया जाना चाहिए. इसके अलावा कचरा प्रबंधन की भी जरूरत बतायी जा रही है.खुश्कीबाग फल मंडी से निकलनेवाला कचरा आज भी लोगों की परेशानी का सबब बना है.
स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 के लिए गाइडलाइन जारी
स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 के लिए गाइडलाइन जारी कर दिया गया है. इसकी थीम आरआरआर (रियूज, रिड्यूज, रिसाइकिल) है. इस बार कुल 9500 अंक में से 60 फीसदी यानी 5705 अंक सर्विस लेवल प्रोग्रेस, 26 फीसदी यानी 2500 अंक सर्टिफिकेशन और 14 फीसदी यानी 1295 अंक मास मूवमेंट के लिए निर्धारित किया गया है. सर्विस लेवल प्रोग्रेस पर 5705 अंक निर्धारित है. इसमें कचरा संग्रहण से लेकर निस्तारण, आवासीय कॉलोनियों से लेकर बाजार की साफ-सफाई और वॉटर बॉडी की सफाई देखी जायेगी. सर्टिफिकेशन पर 2500 अंक निर्धारित है. इसके तहत सामुदायिक शौचालयों से लेकर टॉयलेट व अन्य कागजी प्रक्रिया का सर्वेक्षण किया जायेगा. जन आंदोलन पर 1295 अंक निर्धारित है. विदित हो कि सिटीजन फीडबैक को अब जन आंदोलन का नाम दिया गया है. इसमें शिकायतों का निवारण ऐप के जरिये करना है.
रैंकिंग में सुधार के लिए कई चुनौतियां
स्वच्छता रैंकिंग में बेहतर सुधार करने की कवायद में नगर निगम जुटा है. रैंकिंग में सुधार के लिए कई अन्य पैरामीटर्स पर खरा उतरने की चुनौती है. शहर के भीड़-भाड़ वाले चौक-चौराहों व बाजार में यूरिनल व शौचालय की कमी अभी भी है. हालांकि शहर की कुछ जगहों पर मोटरेबल शौचालय है, जिसमें गंदगी पसरी हुई है. लोग नाक पर हाथ रख कर भी नहीं जा पाते हैं. इसके अलावा शहर की मुख्य सड़कों पर तो हर दिन सफाई कर्मियों द्वारा झाड़ू लगाया जाता है, लेकिन शहरी क्षेत्र के गली-मुहल्लों की सड़कों की साफ-सफाई नियमित नहीं हो रही है. ऐसे कई मुहल्लों की सड़कें हैं, जहां एक-एक महीने तक साफ-सफाई नहीं होती है. नगर निगम को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है. ज्ञात हो कि निगम के 46 वार्डों में तीन सफाई एजेंसियों द्वारा साफ-सफाई की जा रही है. इसमें शिवम जनस्वास्थ्य 14 वार्ड, जनकल्याण सेवा समिति 13 वार्ड और शाइन स्टैंडर्स 13 वार्ड शामिल हैं. छह वार्ड नगर निगम खुद अपने जिम्मे रखा है. मेयर विभा कुमारी ने कहा कि शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए निगम के हर वार्ड में एक-एक ट्रिपल वाहन से डोर-टू-डोर कचरा उठाव सुचारू रूप से किया जायेगा. इसके अलावा हर वार्ड में एक-एक ट्रैक्टर और चार ठेले से कचरा उठाव शुरू है. वार्डों में जंगल कटाई और नाला साफ-सफाई के लिए अलग टीमें कार्य कर रही हैं. शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए नगर निगम कृतसंकल्पित है.