परीक्षा लेने में हमेशा आगे रहनेवाला पूर्णिया विवि कक्षा कराने में पीछे
पूर्णिया विश्वविद्यालय
पूर्णिया. पूर्णिया विश्वविद्यालय ने स्थापना के प्रथम वर्ष से ही समय पर परीक्षा लेने और परीक्षाफल घोषित कराने की परिपाटी कायम की है. कुलपति प्रो. विवेकानंद सिंह के मार्गदर्शन में वर्तमान परीक्षा नियंत्रक प्रो. ए के पांडेय इसी परिपाटी पर योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ रहे हैं. परीक्षा कैलेंडर के अनुरूप परीक्षाएं ली जा रही हैं जिसमें ओल्ड कोर्स की परीक्षाएं भी शामिल हैं. मगर जब कक्षा की बात आती है तो पूर्णिया विवि इसमें पिछड़ता हुआ नजर आता है. मसलन, पीजी प्रथम सेमेस्टर में नामांकन का कार्य बीते दिसंबर के अंतिम तक चला. जबकि चार फरवरी से परीक्षाएं ली जा रही हैं. ऐसे में न्यूनतम कक्षा का भी कोरम अधिकांश विद्यार्थियों के लिए पूरा नहीं हो पाया. इस वजह से परीक्षार्थी परीक्षा के दौरान चिट-पुर्जा पर उतारू हो गये. ऐसा करने से रोकने पर पूर्णिया महिला महाविद्यालय स्थित परीक्षा केंद्र पर हंगामा भी खड़ा हो गया था. चूंकि विवि नामांकन समिति की ओर से समय पर नामांकन पूरा करने की रणनीति नदारद है, इसलिए नामांकन कार्य किसी न किसी कारणवश अत्यधिक लंबा खींच जाता है. जब विवि परीक्षा विभाग परीक्षा लेने की प्रक्रिया शुरू करता है तो शैक्षणिक संबंधित पदाधिकारी चुप्पी साध लेते हैं. न्यूनतम कक्षा का कोरम पूरा कराने के लिए भी वे आगे बढ़कर अपनी बात नहीं रखते हैं. इसके कारण बिना समुचित कक्षा और प्रैक्टिकल के ही छात्र-छात्रा परीक्षा देने पहुंच जाते हैं. पीजी के साथ-साथ यूजी में भी यह समस्या आ रही है. अब तो महाविद्यालयों से इंटर की पढ़ाई भी समाप्त हो गयी है, ऐसे में एक बार रूटीन की समीक्षा की भी आवश्यकता महसूस की जा रही है. वैसे हाल के दिनों में कई छात्र संगठनों ने यह मसला विवि प्रशासन के समक्ष रखा है कि नामांकन के बाद न्यूनतम कक्षा भी सुनिश्चित की जाये जिससे कि छात्र-छात्राएं शैक्षणिक माहौल को अनुभव कर सकें. चूंकि कुलपति प्रो. विवेकानंद सिंह के आए हुए अभी एक महीना भी पूरा नहीं हुआ है. इसलिए सभी चाहते हैं कि नये कुलपति एक बार नामांकन, कक्षा और परीक्षा की स्थिति को देख लें और फिर छात्र कल्याण के बारे में उचित निर्णय लें.
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