अधर में रसेली व खाड़ी घाट पुल निर्माण का कार्य

अमौर प्रखंड

By Prabhat Khabar News Desk | August 4, 2024 6:46 PM

अमौर. अमौर प्रखंड में विगत 13 साल से रसेली घाट व खाड़ी घाट पुल का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है और पुल पर आवागमन सुलभ नहीं होे पाया है. इस बीच नदी का बहाव बदल गया है तो फिर से डीपीआर का चक्कर लग गया है. इस संबंध में ग्रामीण कार्य विभाग के कार्य प्रमंडल बायसी के कनीय अभियंता हरिशंकर ने बताया कि खाड़ी व रसेली घाट पुल का निर्माण कार्य डीपीआर के अनुरूप पूर्ण कर लिया गया है . नदी का बहाव पुल निर्माण स्थल से आगे बढ़ गया है जहां एक्सटेंशन की आवश्यकता है. इसके लिए जलसंसाधन विभाग एवं ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंताओं द्वारा लंबित खाड़ी व रसेली घाट पुल का संयुक्त रूप से स्थल निरीक्षण किया गया है. निरीक्षण के बाद दिये गये निर्देश के आलोक में एक्सटेंशन का डीपीआर टेक्निकल वेटिंग हेतु एसटीएएनआईटी पटना को समर्पित किया गया है. इसमें सिंचाई विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये गाइड बांध का भी डीपीआर सम्मिलित है. टेक्निकल वेटिंग के पश्चात स्वीकृति मिलने पर इन दोनों पुलों के निर्माण कार्य पूर्ण कराने की दिशा में अग्रेतर कार्यवाही की जायेगी . वर्ष 2011 में खाड़ी पुल तो वर्ष 2014 से रसेली पुल निर्माण जानकारी के अनुसार खाड़ी पुल का निर्माण कार्य वर्ष 2011 में प्रारंभ किया गया था जबकि रसेली घाट पुल का निर्माण कार्य 2014 में प्रारंभ किया गया था . इन दोनों पुलों का निर्माण कार्य पूर्ण होने की निर्धारित समय सीमा कब की समाप्त हो गयी है. इस बीच इन दोनों नदियों की जलधारा पुल निर्माण स्थल से काफी आगे बढ़ गयी है, जहां एक्सटेंशन की आवश्कता है. इसके कारण पूर्व डीपीआर के आधार बने ये दोनों पुल निरर्थक साबित है 5-6 किमी के बदले 30-35 किमी का चक्कर इन दोनों पुलों का निर्माण कार्य पूर्ण नही होने से लाखों की आबादी प्रभावित हो रही है . क्षेत्र के लोगों को प्रखंड मुख्यालय जाने के लिए 5-6 किलोमीटर की जगह 30-35 किलोमीटर की दूरी तय कर अन्य मार्ग से जाना पड़ता है. पुल के अभाव में न तो गांव में एंबुलेंस पहुंच पाती है और न ही आवश्यकता पड़ने पर फायर ब्रिगेड ही पहुंच पाता है . फोटो. 4 पूर्णिया 18- रसेली घाट में दस साल में बने अधूरा पुल.

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