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सिटी जगन्नाथ मंदिर में रथयात्रा महोत्सव आज, तैयारियों को दिया फाइनल टच

तैयारियों को दिया फाइनल टच

पूर्णिया. पूर्णिया सिटी जगन्नाथ मंदिर में आगामी रथयात्रा महोत्सव की तैयारी आखिरी पड़ाव में है. भगवान जगन्नाथ मंदिर में रथयात्रा निकाली जायेगी. इससे पहले महाआरती भोग आरती, ब्राह्मण भोजन, प्रसाद भंडारा का आयोजन किया जाएगा. पूजन रथयात्रा की तैयारियों को अब फाइनल टच दिया जा रहा है.

रविवार सात जुलाई को असीम आस्था के माहौल में भगवान जगन्नाथ की अनुष्ठान के बाद रथयात्रा के बहाने भगवान जगन्नाथ भक्तों को दर्शन देने के लिए खुद नगर भ्रमण करेंगे. आयोजन समिति की ओर से इस बार रथयात्रा को यादगार बनाने की तैयारी की गई है. गौरतलब है कि पूर्णिया सिटी में हर साल जगन्नाथ मंदिर से बड़े धूमधाम के साथ रथ यात्रा निकाली जाती है. यह रथयात्रा मुख्य रूप से आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन निकाली जाती है. इसमें सैकड़ों की संख्या में भक्त शामिल होते हैं.

यह मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ को भगवान विष्णु का ही अवतार माना जाता है. हर साल जिला मुख्यालय से सटे सिटी में रथ यात्रा का आयोजन किया जाता है. इस दिन मुख्य रूप से तीन देवताओं की पूजा की जाती है, जिसमें भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भाई बलभद्र और उनकी बहन सुभद्रा शामिल हैं. पिछले दिनों हुई आयोजन समिति की बैठक में रथयात्रा की तैयारी को लेकर विचार विमर्श किया गया था और इसी आलोक में सिटी जगन्नाथ मंदिर एवं रथ को सजाया-संवारा गया है जबकि मंदिर का रंग रोगन किया गया है. शनिवार के दिन मंदिर की सजावट को अंतिम रुप दिया गया.

आकर्षक रथ पर विराजमान होंगे भगवान

इस साल श्री जगन्नाथजी भव्य एवं आकर्षक रुप से सजे उंचे रथ पर विराजमान होंगे. इस यात्रा में भक्तों का विशाल जनसमूह होगा जो रस्सियों के सहारे रथ को खींचने की होड़ में शामिल होगा. पंडितों के अनुसार, स्कंद पुराण में कहा गया है कि जो इस रथयात्रा में शामिल होता है अथवा भगवान को रथ र आरूढ़ दर्शनकर लेते हैं तो उन्हें अनंत पुण्य का फल मिलता है. इसके साथ ही इस दौरान निकाली जाने वाली विभिन्न तरह की झांकियां,ढाक से रथयात्रा का दृश्य मनोरम हो जाता है.

https://www.youtube.com/watch?v=bsF_ALwQJkI&t=7s

पौराणिक मान्यता है रथयात्रा की

पौराणिक मान्यता है कि एक बार द्वारका में कृष्ण की बहन सुभद्राजी ने नगर भ्रमण की इच्छा जतायी. तब भगवान श्रीकृष्ण और बलरामजी ने उन्हें अलग रथ में बैठाकर अपने रथों के मध्य उनका रथ करके नगर का भ्रमण कराया. इसी घटना के स्मरण के रूप में भक्तगण प्रत्येक वर्ष इस रथयात्रा का भव्यतापूर्वक आयोजन किया जाता है.

यहां से गुजरेगा रथ

भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा पूर्णिया सिटी से निकलेगी. यहां खुशकीबाग, कप्तान पाड़ा, ओवर ब्रिज होते हुए गुलाबबाग जीरोमाईल से हांसदा होते हुए वापस सिटी नाका चौक होते हुए वापस श्री जगन्नाथ मंदिर पहुंचेगी. यहां भगवान श्री जगन्नाथ के जयघोष के साथ रथयात्रा का समापन किया जाएगा.समिति के अध्यक्ष मनजीत सिंह, राकेश राय, रंजन मिश्र, उमेश चौधरी, अजय दास, राजू मिश्रा,उदय चौधरी, पप्पूप श्रीवास्तव, विजय शंकर, श्याम तापड़िया, चंदू मंडल, गजेन्द्र मंडल, छोटका मंडल, बिट्टू साह,आशिष मिश्रा, नित्य किशोर पांडे, हरी दास, मनोज झा, रजनु मंडल,अमित सिंह, श्रीराम दास एवं सिटी के नागरिक तैयारी में जुटे हैं.फोटो- 6 पूर्णिया 2- भगवान जगन्नाथ की प्रतिमा

3- आकर्षक रुप से सजाया गया रथ

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