मोटे अनाज में पोषक तत्वों की प्रचुरता, उत्पादन को बढ़ावा देने की जरूरत : डॉ एके सिंह
उत्पादन को बढ़ावा देने की जरूरत : डॉ एके सिंह
भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय में मोटे अनाज उत्पादन पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम पूर्णिया. भोला पासवान कृषि महाविद्यालय में पोषक अनाज एवं मूल्य श्रृंखला उत्कृष्ट केंद्र के अंतर्गत श्रीअन्न (मोटे अनाज) उत्पादन तकनीक एवं मूल्य श्रृंखला का विकास पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया. इस प्रशिक्षण में पूर्णिया के विभिन्न प्रखंडों से 30 किसानों ने भाग लिया. बिहार में श्रीअन्न (मोटे अनाज) जैसे मडुवा, सावा, कोदो, चीना जैसे पौष्टिक अनाज जो आज हर घर की थालियों से धीरे-धीरे विलुप्त हो रहे हैं. अनुसंधान निदेशक डॉ. ए. के. सिंह ने बताया कि श्रीअन्न (मोटे अनाज) में उपस्थित प्राकृतिक पोषक तत्वों की प्रचुरता को देखते हुए इसे बचाये रखने तथा बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस प्रशिक्षण का आयोजन कराया जा रहा है. उन्होनें आशा व्यक्त की कि इस प्रशिक्षण में भाग ले रहे सभी किसान प्रशिक्षण के पश्चात इसकी खेती बड़े स्तर पर करेंगे तथा गांवों में जागरूकता फैलाएंगे. महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. डी. के. महतो ने सभी किसानों का स्वागत करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण से श्री अन्न की खेती का रकबा बढ़ने से उत्पादन भी बढ़ेगा तथा बदलते हुए जलवायु को देखते हुए इस फसल की खेती करना ज्यादा लाभकारी रहेगा. बीज की उपलब्धता, उत्पादन एवं रखरखाव कार्यक्रम में उपस्थित राष्ट्रीय बीज निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक डॉ. रबिंद्र कुमार ने किसानों को श्रीअन्न (मोटे अनाज) के बीज की उपलब्धता, उत्पादन एवं रखरखाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी. साथ ही केनगर प्रखंड के गंगेली गांव में किसानों के खेत का भ्रमण कराया गया तथा उन्हें कीटनाशक प्रयोग करने संबंधी सावधानियां रखने पर प्रशिक्षण दिया गया. योजना के प्रमुख अन्वेषक डॉ शशिकांत दिवाकर ने कीटनाशकों को सुरक्षित छिड़काव एवं भंडारण पर विस्तृत जानकारी दी गई. इस दौरान बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर से आये निदेशक अनुसंधान एवं भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय की प्राचार्य ने भी सब्जियों में सही समय पर सिंचाई करने, खरपतवार प्रबंधन तथा विभिन्न प्रकार की रोग एवं व्याधियों से बचाव हेतु छिड़काव की जा रही कीटनाशियों के बारे में जानकारी दी. इन वैज्ञानिकों ने लिया हिस्सा इस कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के वैज्ञानिक, डॉ. जनार्दन प्रसाद, डॉ. जयप्रकाश प्रसाद, डॉ. मीनू मोहन, डॉ. जाकिर हुसैन, डॉ. आशीष चौरसिया, अमरेंद्र कुमार, डॉ. अभिनव कुमार, डॉ. कंचन भामिनी, डॉ. पंकज कुमार मंडल, को-कोर्डिनेटर डॉ. अभिनव कुमार, सब्जी वैज्ञानिक डॉ. आषीष रंजन तथा किसानों में राम कुमार चौधरी, नीरज कुमार सिंह, रिंकू कुमार सिंह, मुकेश कुमार पंडित, पंकज कुमार सिंह, अखिलेष कुमार, विद्यानंद कुमार, दिलीप चौधरी, शोभालाल मेहता सहित कर्मचारियों में नवीन लकड़ा, श्रवण कुमार, गजेन्द्र मंडल इत्यादि उपस्थित रहे.
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