– एसडीओ ने ध्वस्त पुल का लिया जायजा प्रतिनिधि, बनमनखी. नेपाल से भारी डिस्चार्ज से प्रखंड के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. बाढ़ के पानी का जलस्तर बढ़ने लगा है. बोहरा पंचायत के 1,2,3,4 वार्डों को जोड़ने वाली सड़क का पुल पूरी तरह ध्वस्त हो गया है. पुल ध्वस्त होने से 4 वार्डों के लगभग 6000 लोगों की आवाजाही प्रभावित हो गयी है. रविवार को अनुमंडल पदाधिकारी चंद्रकिशोर सिंह,अंचलाधिकारी अजय कुमार रंजन ने बाढ़ से ध्वस्त पुल का जायजा लिया. इसी वार्ड के स्थानीय मुकेश कुमार, निरंजन कुमार ने बताया कि इस पुल का कार्य 2018 में आरंभ हुआ था जो 2021 में बन कर तैयार हुआ था. बताया कि बीती रात से जलस्तर बढ़ने से पुल ध्वस्त हो गया जिससे आवागमन बाधित हो गया है. अनुमंडल पदाधिकारी चंद्रकिशोर सिंह ने बताया कि पुल पूरी तरह ध्वस्त हो गया है. लोगों का आवागमन बाधित हो गया है. कांट्रेक्टर को निर्देश दिया गया है कि जल्द से जल्द चलने लायक बना कर आवागमन को बहाल करें. आदेशानुसार कांट्रेक्टर ने ईंट पत्थर गिराना आरम्भ कर दिया है. जल्द ही वहां आवागमन बहाल हो जाएगा. बाढ़ के पानी का जलस्तर बढ़ने लगाहै. बाढ़ से निपटने के लिए हमलोग पूरी तरह तैयार हैं. कहा कि हमलोगों ने ग्रामीणों को ऊंचे स्थानों पर जाने का निर्देश दिया है. ——————————– बोहरा पंचायत के वार्ड नं 1 में बाढ़ से घिरे 400 लोग बनमनखी. बोहरा पंचायत के वार्ड नं 1 में बाढ़ के पानी से चारों तरफ घिर गया है. बाढ़ के पानी से घिरने से 400 लोग फंस गए हैं. इनलोगों को निकलने का कोई साधन उपलब्ध नहीं कराया गया है. संभावित बाढ़ की खतरे से लोग भयभीत है. ———————– कोशीशरण देवोत्तर में तेजी से बढ़ रहा बाढ़ का पानी बनमनखी. प्रखंड के निचले इलाकों के कई पंचायतों के मुख्य सड़क पर बाढ़ का पानी बहने लगा. कोशीशरण देवोत्तर पंचायत के संथाल टोला के मुख्य सड़क पर बाढ़ का पानी तेज गति से बहने लगा. कई जगहों पर पानी के तेज बहाव के कारण सड़के टूट चुकी हैं और आवागमन बाधित हो गया है. पंचायत समिति सदस्य श्यामदेव ठाकुर ने बताया कि बीती रात से बाढ़ का पानी तेज गति से बढ़ रहा है. पंचायत की कई सड़कों पर पानी बहने लगा है. बाढ़ का जलस्तर बढ़ने से लोग भयभीत हैं. लोग ऊंचे स्थानों पर जाने की तैयारी कर रहे हैं. —————————– सिंचाई विभाग ने बंद किया मेन केनाल बनमनखी. सिंचाई विभाग के एसडीओ चंद्रदेव रजक ने कहा कि मेन केनाल बंद होने से नहर में पानी नहीं के बराबर है. नहर में पानी नहीं होने से नहर पूरी तरह सुरक्षित है. अगर मेन केनाल में पानी छोड़ा जाता है तो नहर में बालू का अंबार लग जाएगा और अगले तीन वर्षों तक नहर सिचाई योग्य नहीं रहेगा. फिर भी हमलोग नहर का जायजा लेते हैं. फ़ोटो परिचय :- 29 पूर्णिया 30- ध्वस्त पुल का जायजा लेते पदाधिकारी 31- सड़क पर बहता बाढ़ का पानी
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