फालोअप स्टोरी प्रतिनिधि, बनमनखी. बीते 18 अक्टूबर को सरसी थानाक्षेत्र के कचहरी बलुआ में दो डिसमिल जमीन के 22 साल पुराने विवाद में दो सगे भाई उपेंद्र राम व राजेंद्र राम की हत्या को लेकर रविवार को पांच घंटे तक कचहरी बलुआ रणक्षेत्र में तब्दील रहा. दोनों शव लेकर एसएच 77 कुर्सेला फारबिसगंज रोड के कचहरी बलवा पेट्रोल पंप के समीप टायर जलाकर प्रदर्शन किया. पुलिस बल के पहुंचने के बाद भीड़ ने हिंसक रूप ले लिया और पुलिस पर टूट पड़ी. जिसके हाथ में जो आया, उसी से पुलिस और प्रशासनिक अपराधियों पर हमला कर दिया. जूते, चप्पल, लाठी, डंडे, पत्थर बरसते देख थानाध्यक्ष समेत पदाधिकारियों ने भागकर अपनी जान बचायी और पेट्रोल पंप के कमरे में बंद हो गये. हालांकि भीड़ ने पेट्रोल पंप में भी तोड़फोड़ मचानी शुरू कर दी. सुबह 8 बजे से शुरू हुआ उपद्रव करीब एक बजे दिन तक चलता रहा. इस दौरान किसी भी राहगीर की हिम्मत उधर से गुजरने की नहीं हुई. करीब 10 बजे दिन में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी हुलास कुमार भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे तब जाकर स्थिति नियंत्रित होनी शुरू हुई. मगर पूरी तरह से नियंत्रित होने में एक बज गये. ——————————- दबिया के वार से बाल-बाल बचे सरसी थानाध्यक्ष सरसी कचहरी बलुआ में उपद्रव को नियंत्रित करने की कोशिश सरसी थानाध्यक्ष मनीष चंद्र यादव उस वक्त बाल-बाल बच गये जब उनपर भीड़ में शामिल एक युवक ने दबिया से प्रहार कर दिया. इसके बाद पुलिस टीम ने दौड़ कर आरोपित को पकड़ लिया गया .इस वक्त पुलिस ने लगभग 5-6 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया. ——————————– हेलमेट पहने और हाथ में डंडा लिए पहुंचे एसडीपीओ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी हुलास कुमार हेलमेट पहने और हाथ में डंडा लिए हुए घटनास्थल पर पहुंचे. घटनास्थल पर पहुंचने के बाद बल का प्रयोग किया गया. लोगों को तीतर बीतर करने के बाद स्थिति नियंत्रित की जा सकी. ——————————— घटना के रोज पुलिस पर दो घंटे देर से आने का आरोप मृतकों की विधवा विशाखा देवी व कौशल्या देवी ने आरोप लगाया कि जिस दिन घटना हुई थी पुलिस को कई बार कॉल करने के बाद वह समय पर नहीं आयी. 2 घंटे बाद आयी. अगर समय से पुलिस आयी होती तो दोनों की जान बच सकती थी. उन्होंने कहा कि जब तक एसपी साहब नहीं आएंगे तब तक जाम नहीं तोड़ेंगे .हमलोगों को सरकारी नौकरी व मुआवजा चाहिए . —————————- दाह संस्कार के लिए शव को घर भिजवाया उपद्रव शांत होने पर पुलिस ने मृतक के परिजनों को दोनों शव के साथ घर भिजवाया .दाह संस्कार करने के लिए स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि अजय कुमार सिंह उर्फ बबलू सिंह ने 6000 दिये. जब तक शव का दाह संस्कार नहीं हो जाता है तब तक पुलिस फोर्स वहां बनी रहेगी. ——————— मृतकों के घर पर चौकीदार की तैनाती एसडीपीओ हुलास कुमार ने बताया कि आरोपित 14 में से 11 व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है .हमलोग यह चाहते हैं कि पीड़ित परिवार को किसी भी तरह की परेशानी ना हो. हम लोग लगातार पीड़ित परिवार से टच में है. जब से घटना घटी है और वहां पर हमने चौकीदार को भी रखा है ताकि किसी भी तरह की कोई परेशानी उत्पन्न ना हो. पीड़ित परिवार को हर जगह पुलिस का सहयोग मिला.. ———————- उपद्रवियों में अररिया के लोग शामिल पुलिस के अनुसार, घटनास्थल अररिया जिला की सीमा है. उपद्रव में अररिया जिले के भी लोग थे. पुलिस के अनुसार दूसरे जिले से आकर लोगों ने यहां माहौल खराब किया था, उन सभी लोगों पर कार्रवाई की जाएगी. घटना की सूचना मिलने पर अनुमंडल पदाधिकारी चंदकिशोर सिंह, सर्किल इंस्पेक्टर शंकर शाह, बीडीओ सरोज कुमार भी पहुंचे थे. ——————–
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