पूर्णिया: जिले में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन योजना के तहत तीन प्रखंड के तीन पंचायत का चयन कर योजना क्रियान्वयन शुरू किया गया है. इसमें कसबा प्रखंड के गुढ़ी पंचायत में पहले ही योजना पूर्ण कर लिए गये है. शेष बचे दो योजनाओं में पूर्णिया पूर्व प्रखंड अन्तर्गत चांदी पंचायत में भी योजना की शुरूआत डस्टवीन बांटकर किया जा चुका है.तीसरा योजना रूपौली प्रखंड के कोयली सिमड़ा पश्चिम पंचायत में जिलाधिकारी द्वारा शनिवार को शुभारंभ किया गया है. इन योजना को तीन माह में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है.
प्रत्येक घर को मिलेगा कुड़ादान : ठोस अपशिष्ट प्रबंधन योजना अन्तर्गत प्रत्येक घर को दो-दो कूड़ादान दिया जायेगा. जिसमें एक हरे रंग का एक नीला रंग का होगा. हरा रंग गीले कचड़े के लिए और नीला रंग सूखे कचड़े के लिए उपयोग किये जायेंगे. इसके साथ ही पंचायत अंतर्गत सभी दुकानों को एक-एक कूड़ा दान दिया जायेगा.
स्वच्छता मित्र का होगा चयन : पंचायत के प्रत्येक वार्ड स्तर पर दो-दो स्वच्छता मित्रों का चयन होगा, जो घर-घर से कचरा एकत्र करेंगे. इसके लिए उन्हें मासिक परिश्रमिक भी दिया जायेगा. इससे रोजगार का सृजन में मदद मिलेगा. वार्ड स्तर पर एक कचड़ा गाड़ी भी दिये जायेंगे. जिसके द्वारा वार्ड के अंदर कचड़ा का एकत्रीकरण किया जायेगा. प्रत्येक वार्ड में दो-दो सामुदायिक कुड़ादान लगाया जायेगा.पंचायत अंतर्गत बाजारों में चार-चार सामुदायिक स्तरीय कूड़ादान लगाया जाएगा. कचरा निस्तारण के लिए पंचायत स्तर पर 2 विद्युत चालित वाहन भी दिया जाएगा, जो प्रत्येक वार्ड से कचड़ा एकत्र कर एमआरएफ सेंटर तक ले जाएगा.पंचायत स्तर पर भी चार स्वच्छता मित्रों का चयन किया जायेगा, जो पंचायत स्तर पर कार्य करेंगे. इससे प्रत्येक पंचायत में कम से कम 30 लोगों को रोजगार मिलेगा. पंचायत स्तर पर ही कचड़े का निस्तारण किया जायेगा. पंचायत स्तर पर मेटेरियल रिकाॅभरी सेंटर भी बनाया जायेगा. जहां सभी प्रकार के कचड़े का निस्तारण किया जाएगा. इस पूरे योजना को अगले 3 महीने में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है.