भारतीय अंतर्देशीय जल मार्ग प्राधिकरण शीघ्र ही करेगा डीपीआर तैयार
पप्पू यादव के पत्र के जवाब में पोत, परिवहन और जलमार्ग मंत्री ने दी जानकारीपूर्णिया. उत्तर बिहार और सीमांचल के लोगों को बड़ी सौगात मिलनेवाली है. बिहार की कोसी नदी में जल्द छोटे मालवाहक और यात्री जहाज की सुविधा मिलने वाली है. भारतीय अंतर्देशीय जल मार्ग प्राधिकरण और केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन व जलमार्ग मंत्री ने डीपीआर तैयार कर सुविधा बहाल करने का भरोसा दिया है. दरअसल, सीमांचल की कोशी नदी में कार्गो और यात्री आवागमन की सुविधा विस्तार के लिए सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने भारत सरकार के पोत, परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल को पत्र लिखा था. इसमें कोसी नदी में यात्री आवागमन की सुविधा और कार्गो सुविधा शुरू करने की मांग की गयी थी. भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ( आइडब्लयू यूएआइ ) द्वारा कोसी नदी का सर्वेक्षण किया गया था.150 टन तक की क्षमता वाले जहाज ही चल सकते हैं
पत्र के आलोक में केंद्र सरकार की स्वायत्त संस्था भारतीय अंतर्देशीय जल मार्ग प्राधिकरण ने कहा है कि गंगा कोसी संगम से कोसी ब्रिज (अध्याय 233.0 किलोमीटर ) तक कोसी नदी में पानी की गहराई बाढ़ के मौसम के दौरान तीन मीटर से 10 मीटर तक होती है और कम जलस्तर वाले मौसम में 1.2 मीटर से 2.50 मी तक होती है. इसमें विभिन्न स्थानों पर 0.50 मीटर तक कमी हो जाती है. सड़क पुलों की उर्वाधर और क्षैतिज मंजूरी अपर्याप्त है जो भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के अनुरूप नहीं है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा है कि वर्तमान में कुछ चुनौतियां जैसे की बाढ़ के मौसम में कम पुल की मंजूरी और नदी के उच्च प्रवाह तथा पर्याप्त जल गहराई और लीन सीजन के दौरान कुछ क्रॉस संरचनाओं पर काम निकासी के कारण लंबी दूरी के लिए नववाहन संभव नहीं है इसलिए नदी के कुछ हिस्सों में केवल छोटे कम ड्राफ्ट वाले जहाज 150 टन तक ही चल सकते हैं.योजना पर किया जा रहा है काम
जल मार्ग को मालवाहक और यात्री यातायात के लिए उपयुक्त बनाने के लिए डीपीआर को अद्यतन करने और अन्य महत्वपूर्ण गतिविधियों जैसे कि फेयरवे विकास, ड्रेजिंग और संबंधित अधिकारियों के साथ समन्वय में पुल की मंजूरी को संशोधित करने का काम भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण द्वारा शुरू करने की योजना बनायी जा रही है.व्यापारियों के लिए फायदेमंद होगी यह सेवा : पप्पू यादव
सांसद पप्पू यादव ने कहा कि भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के द्वारा यह सुविधा प्रदान होने से उत्तरी बिहार के साथ-साथ सीमांचल के लोगों को भी इसका भरपूर फायदा मिलेगा. साथ ही यात्री आवागमन के छोटे स्तर के व्यापारियों के लिए भी यह सेवा काफी फायदेमंद साबित होगी.फोटो-25 पूर्णिया 22- पप्पू यादव, सांसद पूर्णिया.
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