नजरअदांज न करें, नींद में खरार्ट लेना हो सकता है जानलेवा
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया सिंड्रोम (ओएसए) पर सेमिनार आयोजित
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया सिंड्रोम (ओएसए) पर सेमिनार आयोजित
पूर्णिया. खर्राटे आना, स्लीप एनीमिया का एक लक्षण है, जो जानलेवा भी हो सकता है. इसे नजरअदांज नही करना चाहिए वरना जानलेवा भी हो सकती है. यह राय विशेषज्ञों की है. दरअसल, रविवार को पूर्णिया एपीआइ द्वारा खर्राटा की बीमारी के कारण और उसके निदान पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया. इसमें प्रमुख वक्ता के रूप में पटना के डा. सुधीर कुमार एवं एम्स पटना के डा. दीपेन्द्र राय शामिल हुए. एपीआइ पूर्णिया चेप्टर के अध्यक्ष डाॅ आरके मोदी, सचिव डाॅ निशिकांत एवं साइंटिफिक कमेटी के चेयरमैन डाॅ राकेश कुमार ने बताया कि ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया सिंड्रोम (ओएसए) गंभीर बीमारी है. इस बीमारी में सोते समय खर्राटा के साथ एकाएक सांस लेने की प्रक्रिया रूक जाती है और रोगी को काफी असुविधा होने लगती है. यह लक्षण हृदय की बीमारी एवं उच्च रक्तचाप का जनक है. इसमें रोगी दिन के समय सोता रहता है और उनके कार्य करने की क्षमता भी कम हो जाती है. अगर वह गाड़ी चढ़ा रहे होते है तो दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है.मोटापा इस बीमारी के प्रमुख कारण
मोटापा इस बीमारी का प्रमुख कारण है. डा. देवी राम ने कहा कि वजन बढ़ने के कारण भी खर्राटे आते हैं. जब किसी का वजन बढ़ता है, तो उसकी गर्दन पर ज्यादा मांस लटकने लगता है. लेटते समय इस मांस के कारण सांस की नली दब जाती है, और सांस लेने में दिक्कत होने लगती है. इसके अलावा डायबिटिज ध्रुमपान करना ,हल्कोहल का सेवन करना,नींद की दवाई का सेवन करना इसके प्रमुख रिस्क फैक्टर हैं. मधुमेह के ज्यादा रोगी मोटापे का शिकार होते हैं इसलिए वजन घटाना, भोजन पर नियंत्रण करना इस घातक बीमारी से बचने के लिए मुख्य उपचार हैं.पटना के प्रसिद्ध सांस रोग विशेषज्ञ डा. सुधीर कुमार ने बताया कि सीपीएपी (सीपैप) एक ऐसा यंत्र है जो इस तरह के रोगियो को इसके लक्षणो से बचाता है और कई बार गले की सर्जरी से इसका इलाज संभव हो सकता है.
सम्मानित किये गये डाॅ ओपी साह
इस अवसर पर पर मुख्य वक्ता सहित सभी चेयरपर्सन को पौधा देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में पूर्व प्रभारी सिविल सर्जन डा. ओ पी साह को एपीआइ का लाइफ टाइम मेम्बर बनने के लिए सम्मानित किया गया.सेमिनार में एपीआइ के पूर्णिया चेप्टर के अध्यक्ष डा. आर के मोदी को सीसीडीएस के बिहार-झारखंड चेप्टर का अध्यक्ष बनाये जाने पर शाल व बुके देकर सम्मानित किया गया.इस कार्यक्रम में प्रथम सत्र के चेयरपर्सन डा. देवी राम, डा. यू बी सिंह, डा. ए के पाठक ,डा. एस पी सिंह, डा. अजय कुमार, डा. सादिक जबकि दूसरे सत्र के चेयरपर्सन के रूप मे डा. एस एन क्यू नसर, डा. बिनोद धारेवा ,डा. अरविंद कुमार, डा. पी के सिंह (चेस्ट),एवं डा. आलोक कुमार, कार्डियोलॉजी डा. नीरज कुमार उपस्थित थे. फोटो. 7 पूर्णिया 4- सेमिनार में उपस्थित चिकित्सकडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है