पूर्णिया. कसबा में आयोजित गणपति महोत्सव मेला को भरत नाट्य कला केन्द्र, पूर्णिया ने प्रख्यात साहित्यकार फणीश्वर नाथ रेणु की कालजयी रचना संवदिया का मंचन किया. फणीश्वरनाथ रेणु की इस कहानी का कसबा में मंचन दर्शकों के लिए एक सुखद अनुभव था. कहानी का नाट्य रूपांतरण भिखारी ठाकुर सम्मान से सम्मानित वरिष्ठ रंगकर्मी उमेश आदित्य ने किया और नाटक का निर्देशन किया वरिष्ठ रंगकर्मी श्री रामभजन ने. रेणु की यह कहानी आजादी के बाद ढ़हते परिवारवाद की कथा है. इस मर्मस्पर्शी कहानी को भरत नाट्य कला केंद्र पूर्णिया के कलाकारों ने प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया. पंकज जायसवाल ने संवदिया की और रानू कुमारी ने बड़ी बहुरिया की सशक्त भूमिका की. मोदियाइन के रूप में श्वेता स्वराज ने अपना प्रभाव जमाया. काबुलीवाला के रूप में संजय कुमार ने लोहा मनवाया. ग्रामीण और राहगीर की भूमिका निभाई कृष्ण मोहन ने. दीपक कुमार बड़ी बहुरिया के भाई के रूप में मौजूद रहे. रामभजन ने अंधा भिखारी की भूमिका निभाई. बड़ी बहुरिया के देवर के रूप में संजय कुमार,सुमन कुमार और रामभजन ने अपनी भूमिका निभाई. ध्वनि प्रभाव सुमन कुमार का था और संगीत दिया संजीत कुमार ने. मंच संचालन किया कस्बा सांस्कृतिक मंच के संस्थापक सचिव रोहिताश्व पप्पू ने. फोटो. 19 पूर्णिया 3 – नाटक का मंचन करते कलाकार.
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