जीएमसीएच में मरणासन्न मरीज का सफलता पूर्वक किया ऑपरेशन
एंडोस्कोपी और कोलोनोस्कोपी की सुविधा
पूर्णिया. राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में हाल के दिनों में एंडोस्कोपी और कोलोनोस्कोपी की सुविधा उपलब्ध हो जाने से सर्जरी के कई जटिल के मामलों के सफल निष्पादन में चिकित्सकों को काफी मदद मिलने लगी है वहीं इससे मरीजों के लिए भी ऑपरेशन सहज और निःशुल्क उपलब्ध होने लगा है. इस कड़ी में बुधवार को सर्जरी विभाग में एक ऐसे मरीज का ऑपरेशन किया गया जो पिछले 3 महीने से खाना पीना खा नहीं पा रहा था. चिकित्सकों ने बताया कि टॉयलेट क्लीनर एसिड पी लेने की वजह से मरीज के आमाशय में सिकुड़न हो गयी थी जिसकी वजह से मरीज जो कुछ भी खाता अथवा पीता था वह आमाशय से आगे जा ही नहीं पाता था और उसे उल्टी हो जाती थी. कई महीनों से खाना पीना नहीं खा पाने की वजह से उसकी स्थिति बेहद नाजुक हो चुकी थी. जीएमसीएच में लाने के बाद सर्जरी विभाग में एंडोस्कोपी कर बीमारी का पता लगाया गया. जहां उसकी स्थिति को देखते हुए तमाम व्यवस्थाओं के बीच उस मरीज का ऑपरेशन किया गया. जीएमसीएच के सर्जन डॉ. तारकेश्वर कुमार एवं मूर्च्छक डॉ. विकाश कुमार ने बताया कि इस सर्जरी में छोटी आंत के कुछ भाग को काट कर आमाशय के साथ जोड़ दिया जाता है इससे खाया हुआ भोजन सीधे आमाशय से छोटी आंत में जा सके इस ऑपरेशन को गैस्ट्रोजेजूनॉस्टमी कहते हैं. मरीज के काफी कमजोर होने और बार बार उल्टी की वजह से उसे खून की कमी इलेक्ट्रोलाइट में विषमता अन्य फिजियोलॉजिकल जटिलता को देखते हुए चिकित्सकों की टीम ने उसे गहन निगरानी में भर्ती कर पूरी तैयारी के साथ इस ऑपरेशन को सफलता पूर्वक अंजाम दिया. उन्होंने यह भी बताया कि मरीज अभी पहले से बेहतर है और उसे अगले 10 दिनों तक नस के द्वारा न्यूट्रीशन दिया जाएगा उसके बाद उसे भोजन खिलने का प्रयास किया जाएगा. चिकित्सकों की टीम को अधीक्षक डॉ संजय कुमार ने बधाई दी है और आगे भी बेहतर कार्य करने में अस्पताल प्रशासन के द्वारा भरपूर मदद देने का आश्वासन दिया है. चिकित्सकों में सर्जन डॉ तारकेश्वर कुमार, डॉ विकाश कुमार के अलावा सहयोगी के रूप में प्रमोद कुमार और अर्चिता पटेल शामिल रहे.
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