गुलाबबाग निवासी सुरेश सिंघी का मरणोपरांत हुआ नेत्रदान

अपना दोनों कार्निया दान कर किया छह लोगों की जिंदगी रोशन

By Prabhat Khabar News Desk | September 3, 2024 5:56 PM

अपना दोनों कार्निया दान कर किया छह लोगों की जिंदगी रोशन पूर्णिया. मानव कल्याण के लिए नेत्रदान अभियान में पूर्णिया ने एक और कदम आगे बढ़ाया और गुलाबबाग निवासी 75 वर्षीय सुरेश कुमार जी सिंघी का मरणोपरांत उनके परिजनों की पहल पर नेत्रदान कराया गया. उनका निधन बीते सोमवार की दोपहर हो गया था. उनकी अंतिम इच्छा नेत्रदान करने की थी जिसे उनके पुत्र मुकेश सिंघी और परिवार की सहमति से लायंस क्लब के सचिव रुपेश डूंगरवाल द्वारा तेरापंथ युवक परिषद गुलाबबाग व लायंस क्लब पूर्णिया के संयुक्त प्रयास से कटिहार मेडिकल कॉलेज की टीम डॉक्टर अतुल के नेतृत्व में डॉ हामिद अंसारी और डॉ मासूम ने नेत्रदान की प्रक्रिया को पूरा किया गया. सिंघी, पुत्रवधू प्रेम सिंघी जी, संजय संचेती और परिवार और समाज के सैकड़ो भाई बहन साक्षी के रूप में मौजूद थे. लायंस क्लब के सचिव रुपेश डुंगरवाल ने बताया कि एक कॉर्निया के दान से तीन लोगों की जिंदगी रोशन हो सकती है .वही सुरेश जी सिंघी ने दोनों कार्निया का दान कर 6 लोगों का अंधकार दूर कर जिंदगी को रोशन करने का कार्य कर समाज में एक नई मिसाल कायम की. दोनों संस्थाओं के पदाधिकारी ने परिजन के प्रति आभार व्यक्त किया एवं लोगों से नेत्रदान मानव सेवा के साथ-साथ पुण्य का काम करने की अपील भी की. स्व. सुरेश जी सिंघी एक सफल व्यवसायी के साथ-साथ स्वरचित गीतों को अपनी ही आवाज में पिरोकर गाने में भी माहिर थे. उनके निधन से तेरापंथ समाज के साथ गुलाब बाग व्यवसायिक जगत को भी एक बहुत बड़ी क्षति हुई है. सुरेश जी सिंघी जहां तेरापंथ धर्म संघ की गायक मंडली के प्रमुख गायक थे उसके साथ ही खाटू श्याम मंदिर, गुलाब बाग से भी जुड़े हुए थे. इस अवसर पर तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष अरुण संचेती सचिव रवि बोथरा, मोहित संचेती, संजय बोथरा, पदम नौलखा, प्रवीण नौलखा,पारस सेठिया,प्रवीण पुगलिया,अमित बोरड लायंस क्लब पूर्णिया के अध्यक्ष विशेष वर्मा, सचिव रूपेश डूंगरवाल, राकेश – सुनीता चौरडिया के संग शोकाकुल परिवार के स्व. सुरेश जी सिंघी जी के बड़े भाई गुलाब जी सिंघी, छोटे भाई राजेंद्र सिंघी, पुत्र मुकेश सिंघी, सुपौत्र पीयूष आदि मौजूद थे. फोटो- 3 पूर्णिया 3- नेत्रदान करने वाले सुरेश सिंघी 4- मौके पर मौजूद परिजन

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version