पूर्णिया. बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के राज्य उपाध्यक्ष सह कोषाध्यक्ष अनवार करीम के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक से मिल कर ज्ञापन सौंपा. वार्ता उपरांत शिक्षक नेता अनवार करीम ने कहा कि यह वार्ता हमारी शुरुआत है. शिक्षक अधिक दिनों तक अपनी हकमारी बर्दाश्त नहीं करेंगे. कटिहार जिलाध्यक्ष ने अनौपचारिक वार्ता क्रम में मातृत्वाकाश एवं रुगनवकाश अवधि का वेतन भुगतान किए जाने में अनावश्यक विलंब का मुद्दा उपनिदेशक के समक्ष रखा. इस पर उपनिदेशक आश्चर्यचकित दिखे. पूर्णिया जिलाध्यक्ष पवन कुमार जायसवाल ने कहा कि शिक्षकों के धैर्य का इम्तिहान नही लिया जाये, अन्यथा हम चुनावी वर्ष में कुछ भी कर गुजरने को विवश होंगे. वहीं अररिया जिलाध्यक्ष मो. जाफ़र रहमानी ने विशिष्ट शिक्षक सक्षमता परीक्षा का विषय उर्दू चुनने वाले शिक्षकों को उर्दू शिक्षक घोषित कर योगदान में व्यवधान डालने का मुद्दा उठाया. जबकि किशनगंज जिलाध्यक्ष रागिबुर्रह्मान ने कहा कि सरकार और पदाधिकारी अगर संवैधानिक तरीके से हम शिक्षकों के साथ पेश नही आया तो हम उन्हें संविधान का पाठ ढंग से पढ़ाने को विवश होंगे. सभी शिक्षक नेताओं ने कहा कि हमारी मांगें नियमावली के अनुकूल है, इसे ससमय पूरा किया जाना होगा. शिक्षक पुनः सड़कों पर उतरने को बाध्य हो सकते हैं. इस मौके पर जिला कोषाध्यक्ष घनानंद मंडल, सुनील कुमार यादव, गंगा प्रसाद मुखिया, फिरोज आलम, मोहम्मद शाहजहां, रागिबुर्रहमान, प्रमोद कुमार पांडे, अब्दुल कादिर, आदिल रिज़वान आदि मौजूद थे. संघ की मुख्य मांगे मुख्य मांगों में कालबद्ध प्रोन्नति, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों को 8 वर्ष की सेवा उपरांत स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति, 12 वर्ष सेवा पूर्ण करने वाले शिक्षकों को दी जाने वाली स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति, प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति, ससमय वेतन भुगतान, नगर पंचायत का एचआरए शामिल है. फोटो:20 पूर्णिया 16- ज्ञापन सौंपते शिक्षक संघ शिष्टमंडल.
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