जलालगढ़. स्थानीय गोताखोर एवं एसडीआरएफ के संयुक्त प्रयास से दोहबा घाट में डूबी किशोरी का शव 26 घंटे बाद बरामद किया गया. शव को परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से मना करते हुए शव को दफना दिया. बताया गया कि बुधवार को जलालगढ़ थानाक्षेत्र के एकम्बा पंचायत वार्ड संख्या 5 धुनिया टोल निवासी मो जहागीर की 14 वर्षीय पुत्री तबसुम खातून अपनी कुछ सहेलियों के साथ दोहबा घाट पर गयी थी. इसी क्रम में डूब गयी. बुधवार रात 10 बजे से एसडीआरएफ टीम द्वारा खोजबीन की गयी. करीब 2 बजे तक अभियान जारी रखा. किशोरी का पता नहीं चल सका. गुरुवार को एसडीआरएफ टीम सुबह से लगातार खोजबीन जारी रखी .आखिर में दोहबा घाट के पुल के नीचे से शव को बाहर निकाला गया. वहीं मौजूद पुलिस बल व अंचल राजस्व कर्मचारी मो सद्दाम को परिजनों ने बताया कि पोस्टमार्टम नहीं करायेंगे. मृतका पिता मो जहागीर ने बताया कि मेरी बेटी का शव मिल गया. अब मुझे कुछ नहीं चाहिए. वहीं शव मिलते ही परिजनों की चीत्कार से क्षेत्र का माहौल गमगीन हो गया. वहीं पूर्व प्रखंड प्रमुख जयप्रकाश मंडल, प्रखंड प्रमुख निखिल किशोर उर्फ भिखारी यादव, राकेश कुमार, शकिल अंसारी, मो मोईन, शहनवाज शरीफ उर्फ मार्शल आदि समाजसेवी मौजूद थे. इस बाबत थानाध्यक्ष डॉ सुनील कुमार राय ने बताया कि शव को नहर बांध से बाहर निकाला गया जिसे पोस्टमार्टम कराने से परिजन ने मना कर दिया.
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