पूर्णिया. बाड़ीहाट में परवान चढ़े लक्ष्मी पूजनोत्सव के मेला में एक तरफ दर्शन व पूजन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है तो दूसरी तरफ मेला की रौनक भी बढ़ गई है. पूजा अर्चना के बाद श्रद्धालु मेला का लुत्फ उठा रहे हैं. झालदार चटनी के साथ लिट्टी इस मेला का खास आकर्षण बना हुआ है जहां सुबह-शाम भीड़ जुट रही है. अहम यह है कि बाड़ीहाट पूजा के मेला में 76 सालों से शौकीन लोग लिट्टी का स्वाद लेने के लिए आ रहे हैं. यहां लिट्टी की भीड़ इस तरह लगी रहती है मानो मुफ्त वितरण हो रहा हो.
दूर-दूर से लिट्टी खाने आते हैं लोग
गौरतलब है कि इस मेला में लिट्टी खाने का स्वाद सिर्फ पूर्णिया जिले ही नहीं बल्कि सीमांचल क्षेत्र के अलावा पड़ोसी देश नेपाल तक लोग लिट्टी खाने के लिए आते हैं. यहां की लिट्टी प्रसिद्ध है. लिट्टी के साथ दी जा रही चटनी में गजब की स्वाद रहती है. लहसुन, अदरक, हरि मिर्च, नमक मिले चटनी के साथ यहां की लिट्टी बहुत पॉपुलर हो है. लोग शाम के नाश्ते में इसे बड़ा आनंद लेते हैं. इतना ही नहीं लोग रात के भोजन के लिए भी लिट्टी खरीद कर घर ले जाते हैं.मेला में शाम चार बजे से लेकर रात के 11 बजे तक लिट्टी की दुकान पर ग्राहकों की सैलाब उमड़ी रहती है.
कभी 10 पैसे में बिकती थी एक लिट्टी
लिट्टी विक्रेता छोटू कुमार बताते हैं कि उनके दादाजी एवं पिताजी लक्ष्मी पूजा में लिट्टी दुकान लगाते थे जो अब अब हम लगा रहे हैं. पहले उनके पिताजी दस पैसे में एक लिट्टी बेचते थे. लेकिन अब मंहगाई चरम पर है इसलिए दस रुपये में तीन पीस देते हैं. विक्रेता छोटू ने बताया कि लक्ष्मी पूजा मेले में लिट्टी खाने के लिए उनके दुकान पर दूर दूर के लोग आते हैं. भीड़ को देखते हुए 11 कर्मी कार्य करते हैं. इसमें कोई आटा गुथने का कार्य करते हैं तो कोई सत्तू भरने का तो कोई चटनी बनाने का कार्य करते हैं.
फोटो. 19 पूर्णिया 13-लिट्टी बनाते हुए विक्रेता छोटू एवं कर्मी सहित खरीदारी के लिए उमड़ी लोगों की भीड़.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है