पूर्णिया. मकर संक्रांति की तारीख को लेकर इस बार कोई असमंजस नहीं है. शास्त्रों के अनुसार इस साल मकर संक्रांति का पर्व मंगलवार 14 जनवरी 2025 को मनाया जाएगा. पूर्णिया के जाने माने आचार्य पंडित सूरज भारद्वाज लोगों का कंफ्यूजन दूर करते हुए बताते हैं कि भगवान सूर्य जब धनु राशि से निकल कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तब मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है. इस बार सूर्य 14 जनवरी को दिन में 2 बजकर 58 मिनट के बाद मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं और इस हिसाब से 14 जनवरी मंगलवार को ही मकर संक्रांति मनायी जायेगी. पंडित सूरज भारद्वाज बताते हैं कि मकर संक्रांति पर इस बार पुष्य नक्षत्र का अद्भुत संयोग रहेगा. इस बार पुण्यकाल 14 जनवरी को सुबह 9.12 बजे से शुरू होगा जो सूर्यास्त के समय 5.17 बजे तक रहेगा. इसमें स्नान, दान, जाप कर सकते हैं. मकर संक्रांति का महापुण्य काल प्रातः काल 9.12 बजे से दिन के 11.46 बजे तक रहेगा. श्री भारद्वाज बताते हैं कि इस दिन गंगा स्नान, पूजा, जप-तप और दान करने का विधान है. शास्त्रों के मुताबिक मकर संक्रांति तिथि पर सूर्य उत्तरायण होते हैं. 15 से शुरू हो जायेंगे मांगलिक कार्यक्रम पंडित सूरज भारद्वाज बताते हैं कि मकर संक्रांति के साथ 14 जनवरी से खरमास समाप्त हो जाएगा. उन्होंने बताया कि खरमास के बाद विवाह, उपनयन संस्कार, मुंडन समेत सभी मांगलिक कार्यों की शुरुआत 15 जनवरी से हो जाएगी. उन्होंने बताया कि 16 जनवरी से लग्न मुहूर्त की शुरुआत होगी. फोटो- 12 पूर्णिया 1- पंडित सूरज भारद्वाज
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है